नेत्रहीन महिला से बदसलूकी का किया विरोध, 40 साल के नेत्रहीन राधेश्याम की पत्थर मार कर हत्या: दिल्ली के सुल्तानपुरी की घटना

प्रतीकात्मक तस्वीर

दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक नेत्रहीन व्यक्ति की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। घटना बुधवार (6 अक्टूबर) की है। व्यक्ति की गलती बस ये थी कि उन्होंने एक महिला के साथ होती हिंसा का विरोध किया जिसके बाद उनकी जान ले ली गई। आरोपित अभी फरार है। चश्मदीद की गवाही के बाद पुलिस उसे तलाशने की कोशिश कर रही है।

40 वर्षीय राधेश्याम यूपी के कुशीनगर के निवासी थे और नेत्रहीन थे। वह काफी साल से सुल्तानपुरी बस टर्मिनल पर पान बीड़ी का खोखा चलाते थे। रात में सोते भी वह इसी खोखे पर थे। इसी टर्मिनल पर उनके जैसी एक अन्य नेत्रहीन महिला रहती थी जो 6 अक्टूबर को उनके खोखे के ही पास थी। 

इस दौरान एक व्यक्ति आया और उसने महिला के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। राधेश्याम ने इसका विरोध किया और युवक को डांटते हुए उसे आपत्तिजनक बातें न कहने को कहा। इतने में ही युवक ने इतनी तेज उठाकर पत्थर मारा कि राधेश्याम वहीं गिरकर बेहोश हो गए। पास में दूसरा खोखा चलाने वाले दिलीप कुमार ने पुलिस को घटना की जानकारी दी और पीसीआर वैन ने राधेश्याम को संजय गाँधी अस्पताल में भर्ती करवाया।

यहाँ इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर आरोपित के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपित गिरफ्तार हो। अब तक की सीसीटीवी जाँच में सामने आया है कि आरोपित मार कर भाग रहा है। उसका चेहरा क्लियर नहीं है। इसलिए पुलिस स्केच तैयार करके उसे पकड़ने में लगी है।

कुछ रिपोर्ट ये भी बता रही है कि महिला जिससे बदलूकी हुई वो फुटपाथ पर लेटी थी और वहीं मौजूद एक आदमी ने उस पर 20 रुपए चोरी का इल्जाम लगाया। महिला ने मना किया और आपसी कहासुनी हो गई। राधेश्याम दुकान से बाहर निकलकर दोनों को समझाने लगे। लेकिन आरोपित ने उन्हें पत्थर मार दिया और उनके बेहोश होते ही वहाँ से फरार हो गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया