कॉन्ग्रेसी CM आवास के सामने आत्मदाह किए युवक की मौत: ‘भूख के कारण था परेशान’ – पिता ने लगाया आरोप

प्रतीकात्मक चित्र

29 जून को छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास के ठीक सामने एक व्यक्ति ने आत्मदाह का प्रयास किया था। व्यक्ति ने खुद पर पेट्रोल छिड़क कर मौके पर ही आग लगा ली थी। लेकिन घटनास्थल पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते आग बुझा दी थी। 

मंगलवार (21 जुलाई 2020) के दिन उस युवक की एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इस बारे में बात करते हुए रायपुर के एसपी अजय यादव ने पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया, “धमतरी जिले के रहने वाले युवक की मंगलवार के दिन अस्पताल में मृत्यु हो गई। पोस्टमॉर्टम हो जाने के बाद शरीर धमतरी भेज दिया गया है।”

अब तक सामने आई खबरों के अनुसार 27 वर्षीय युवक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आधिकारिक आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। मीडिया रिपोर्ट में युवक को मानसिक रूप से अस्वस्थ भी बताया जा रहा था।

रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा ने भी इस मामले में जानकारी दी। उनका कहना था, “हरदेव सिन्हा नाम का युवक धमतरी जिले का रहने वाला है। उसने मुख्यमंत्री आवास के सामने खुद को आग लगा ली थी। इसके बाद मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल प्रभाव से बचाया था।”

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर एक वीडियो साझा किया था। वीडियो खुद को आग लगाने वाले युवक के पिता का है। कुछ मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उनके पिता कहते हैं,

“लड़के ने घर से निकलने के पहले कुछ नहीं बताया था। रात में खाना बनाने के लिए बहू ने चावल माँगा था, इसके पहले उन्होंने पड़ोसियों से चावल लेकर घर में खाना बनाया था। लेकिन इसके कुछ दिन पहले तक परिवार ने खाना तक नहीं खाया था।”

इस वीडियो के साथ ट्वीट में लिखा हुआ है, “आज सभी मिलकर हरदेव सिन्हा को पागल बताने में लगे हुए हैं, तब उनके पिता की बातें सुनकर जनता स्वयं निर्णय करे कि अपने परिवार के लिए एक वक़्त के भोजन की आशा कर @bhupeshbaghel के द्वार जा पहुँचे हरदेव सिन्हा मानसिक रूप से पीड़ित हैं या शासकीय नीतियों से प्रताड़ित?” 

https://twitter.com/drramansingh/status/1277902401622740992?ref_src=twsrc%5Etfw

अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ युवक का शरीर 50 फ़ीसदी तक जल चुका था। इसके बाद उन्हें बीआर मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अधिकारियों के अनुसार उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही। उनका यह भी कहना था कि हरदेव ने बातचीत में बताया था कि वह लेखक हैं और फिल्म बनाना चाहते हैं।

धमतरी के तेलिनसट्टी गाँव में रहने वाले हरदेव के कुछ रिश्तेदारों ने बताया कि वह शादीशुदा थे और उनकी दो बेटियाँ भी हैं। वह मज़दूरी करते थे। रिश्तेदारों के मुताबिक़ वह पिछले दो सालों से मानसिक रूप से अस्थिर थे, उनके पास गाँव में ही दो एकड़ ज़मीन भी है।

हरदेव ने अपनी ग्राम पंचायत में एक फिल्म बनाने के लिए आवेदन किया था। गाँव वालों व रिश्तेदारों के विपरीत, हरदेव की पत्नी का कहना है कि उनके पति की मानसिक हालत ठीक थी। वह आर्थिक तंगी के दौर से गुज़र रहे थे, इसलिए इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया