कॉन्ग्रेस नेता उमर पठान ने पोस्ट किया था फर्जी वीडियो, शाह-ए-आलम हिंसा में 15 और दंगाई गिरफ़्तार

19 दिसंबर को हुई हिंसा में 26 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे (साभार: deshgujarat.com)

अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने कॉन्ग्रेस के स्थानीय नेता उमर ख़ान पठान को गिरफ्तार किया है। शाह-ए-आलम क्षेत्र में हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शन के सिलसिले में उसकी गिरफ्तारी हुई है। पठान पर सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी वीडियो पोस्ट करने का आरोप है।

कॉन्ग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नगर सचिव उमर ख़ान पठान ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक फ़र्ज़ी वीडियो पोस्ट किया था। इसमें लखनऊ में हिंसक दंगाइयों के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा गया था कि पत्थरबाज़ी की घटना से पहले अहमदाबाद पुलिस ने कार्रवाई की थी। 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाह-ए-आलम इलाक़े में हुई हिंसा के दौरान 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

विशेष पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने बताया था कि साइबर पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की थी और पठान से जवाब माँगा गया था। इसके बाद भ्रामक वीडियो पोस्ट करने के आरोप में उसे गिरफ़्तार किया गया।

इससे पहले, पुलिस आयुक्त आशीष भाटिया ने बताया था कि CAA/ NRC का विरोध करने के लिए राज्य के कुछ हिस्सों में हालिया हिंसा के मद्देनज़र अफ़वाह फैलाने वाले दो सोशल मीडिया पोस्टों को ट्रैक किया गया है और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसी भ्रामक ख़बरों पर ध्यान न दें। पुलिस आयुक्त ने कहा था कि फ़र्ज़ी वीडियो पोस्ट कर उन्हें वायरल करना अपराध की श्रेणी में आता है ऐसा करने वालों के ख़िलाफ़ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी।

ख़बर के अनुसार, गुजरात में विशेष पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने बताया कि अहमदाबाद शहर के शाह-ए-आलम इलाक़े में CAA/NRC के विरोध के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में 15 और लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा में 15 नक़ाबपोश दंगाई सीधे तौर पर पथराव में शामिल थे। अब तक गिरफ़्तार किए गए कुल दंगाइयों की संख्या 64 हो गई है।

ग़ौरतलब है कि स्थानीय कॉन्ग्रेस पार्षद सहित कुल 50 नामजद अभियुक्तों कल गिरफ़्तार किया गया था। 19 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में 5000 अज्ञात दंगाइयों को भी आरोपित बनाया गया। मुस्लिम बहुल इलाक़े में उपद्रवियों द्वारा पथराव में डीसीपी, एसीपी, पीआई और पीएसआई रैंक के अधिकारियों सहित कुल 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। यहाँ बिना इजाजत के ही CAA/ NRC के ख़िलाफ़ रैली निकाली गई थी।

घटना के बाद उपद्रवियों ने पुलिस अधिकारियों पर निर्दयतापूर्वक पथराव किया था, इस घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुके हैं। इसानपुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसमें हत्या, दंगा और सार्वजनिक सम्पत्ति अधिनियम और गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत नुक़सान पहुँचाने का प्रयास भी शामिल था। दानिलिमदा से कॉन्ग्रेस पार्षद शहज़ाद ख़ान पठान को पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है।

हिंसक घटना में शामिल अन्य दंगाइयों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। अन्य दोषियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज को FSL भेजा गया है। दंगाइयों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आँसू गैस के गोले और लाठीचार्ज करना पड़ा। 49 आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया