कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को RSS की तैयारी, देशभर में 2.5 लाख जगहों पर भेजे जाएँगे प्रशिक्षित स्वयंसेवक

कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर रहा आरएसएस

देशभर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रविवार (11 जुलाई 2021) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने बड़ा ऐलान किया। संघ ने घोषणा की है कि वह महामारी की प्रत्याशित तीसरी लहर से निपटने के लिए वह स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर देश भर के 2.5 लाख जगहों पर जमीनी हालात से निपटने के लिए उतारेगा।

मध्य प्रदेश के सतना जिले की आरएसएस की चित्रकूट शाखा ने एक प्रेस रिलीज के जरिए बताया है कि 27,166 शाखाओं को ग्राउंड जीरो पर काम करने के लिए शुरू किया गया है। स्वयंसेवकों और प्रांत प्रचारकों ने मिलकर कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से पैदा हुए हालातों की समीक्षा की है। इस दौरान संघ के पदाधिकारियों ने सुविधा केन्द्रों के निर्माण, टीकाकरण के लिए प्रचार अभियान चलाने समेत अब तक किए गए कार्यों पर विस्तार से चर्चा की।

https://twitter.com/RSSorg/status/1414185224104148992?ref_src=twsrc%5Etfw

संघ ने ट्वीट कर कहा, “कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रशासन का सहयोग करने और संभावित पीड़ितों की मदद के लिए पूरे देश में विशेष ‘कार्यकर्ता प्रशिक्षण’ का आयोजन किया जाएगा। ऐसे मामलों में संघ के ये प्रशिक्षित कार्यकर्ता देशभर के 2.5 लाख जगहों पर पहुँचेंगे। इसके साथ ही ये उचित समय पर लोगों के पास पहुँच कर लोगों के लिए आवश्यक जानकारियाँ जुटाएँगे। अगस्त के महीने तक यह प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाएगा और सितंबर से हर गाँव और बस्ती में जन जागरण (जन जागरूकता) के जरिए कई और लोग तथा संगठन के इस अभियान से जुड़ेंगे।”

संगठन ने जोर देकर कहा है कि कोरोना वायरस के कहर के दौरान बच्चे और माताएँ पूरी तरह से सुरक्षित रहें, यह सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरती गई है। वर्तमान में देश भर में 39,454 शाखाएँ चल रही हैं। इनमें से 12,288 ई-शाखा हैं, जबकि 27,166 शाखाएँ जमीन पर काम कर रही हैं। हर सप्ताह 10,130 बैठकें (सप्ताहिक मिलन) की जा रही हैं। इन बैठकों में कुल 6,510 लोग शामिल हैं, जिसमें 3,620 लोग ऑनलाइन बैठकों में शामिल हैं और 9,637 लोग पारिवारिक बैठकों यानी कुटुम्ब मिलन कर रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया