पटियाला काली मंदिर में हिंसा के बाद कर्फ्यू, राघव चड्ढा ने राजनीतिक दलों पर मढ़ा दोष: हिन्दू संगठनों ने बुलाया बंद

पटियाला में कर्फ्यू (फोटो साभार: PTI)

पंजाब के पटियाला (Patiala, Punjab) में ‘खालिस्तान मुर्दाबाद’ मार्च निकालने के बाद हुए बवाल के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह कर्फ्यू शुक्रवार (29 अप्रैल 2022) की शाम सात से शनिवार को सुबह 6 बजे तक के लिए लगाई गई है। तनाव को देखते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस हिंसा को लेकर राज्यसभा के सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब सरकार और पुलिस इस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। इन राजनीतिक दलों के मास्टरमाइंड को नहीं बख्शा जाएगा।”

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने इस मामले में ऐक्शन लेने की बात कही है। मान ने ट्वीट किया, “पटियाला में हुई घटना पर DGP और सभी बड़े अधिकारियों की मीटिंग बुलाई। मामले की तुरंत जाँच के निर्देश दिए हैं और अधिकारियों को सख़्त हिदायत दी है कि एक भी दोषी को बख्शा न जाए। पंजाब विरोधी ताकतों को किसी भी कीमत पर पंजाब की शांति भंग नहीं करने दी जाएगी।”

नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, “पंजाबी हमारे गुरु के सार्वभौमिक भाईचारे और एकता की शिक्षाओं से बंधे हैं। हमारे समाज में किसी भी असामाजिक तत्व को फूट डालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। पटियाला की घटना पंजाब सरकार की भीड़ का अनुमान लगाने और उसे नियंत्रित करने में घोर नाकामयाबी के कारण हुई। जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।”

इस मामले को लेकर पंजाब के हिंदू समाज ने शनिवार (30 अप्रैल 2022) को बंद का आह्वान किया है।

बता दें कि शुक्रवार को शिवसेना (ठाकरे) द्वारा खालिस्तान विरोधी मार्च निकालने के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई। दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे। इस दौरान खालिस्तान समर्थकों के हाथों में तलवारें दिखाई देने लगीं। खालिस्तान समर्थकों की भारी भीड़ ने काली माता मंदिर को घेर लिया। उन्हें काबू करने के लिए पुलिस को 15 राउंड गोलियाँ चलानी पड़ी। उपद्रवियों के काली माता मंदिर में भी घुसने की फुटेज सामने आए हैं। हिंसा को काबू करने के प्रयास में SHO त्रिपड़ी करमवीर सिंह तलवार के हमले में घायल हो गए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया