दिल्ली दंगों में अब तक 17 मौतें: NSA ने सँभाला मोर्चा, एक्शन में हिज्बुल का सफाया करने वाला IPS भी

हिंसा प्रभावित इलाकों का डोवाल ने लिया जायजा, 24 घंटे में तीसरी बार शाह ने बुलाई बैठक

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 3 दिन की भीषण हिंसा के बाद कल (फरवरी 25,2020) देर रात एनएसए अजित डोवाल ने मोर्चा सँभाला। उन्होंने देर रात हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। पुलिस के आला अधिकारियों से बात की। गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली की स्थिति को देखते हुए 24 घंटे के भीतर तीसरी बैठक रात में बुलाई और हिंसा रोकने के लिए अहम फैसले लिए। हाई कोर्ट ने हिंसा में घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने के लिए देर रात एक अपील पर सुनवाई की। पुलिस को आदेश दिया कि सुरक्षा के बीच घायलों को जीटीबी या किसी अन्य बड़े हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाए।

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गौरतलब है कि भारी तनाव के बीच कल रात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल ने सीलमपुर में स्थिति का जायजा लिया और पुलिस के कई आला अफसरों के साथ बैठक की। डोवाल रात करीब साढ़े 11 बजे सीलमपुर डीसीपी ऑफिस पहुँचे और साढ़े 12 बजे तक बैठक के बाद करीब 8 किलोमीटर का सफर करते हुए तनावपूर्ण इलाकों में गए। उन्होंने भजनपुरा, यमुना विहार और मौजपुर समेत कई इलाकों का जायजा लिया। उनके साथ इस दौरान पुलिस कमिश्‍नर अमूल्‍य पटनायक भी मौजूद रहे।  

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गृह मंत्री अमित शाह भी इस हिंसा को जल्द से जल्द रोकने के लिए एक्शन में आ गए। दिल्ली के बिगड़ी स्थिति को देखते हुए अमित शाह ने 24 घंटे के भीतर कल रात एक बार फिर तीसरी बैठक की। उन्होंने स्थिति को देखते हुए अपना त्रिवेंद्रम दौरे को भी रद्द कर दिया। साथ ही सीआरपीएफ के डीजी ट्रेनिंग IPS एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) के रूप में नियुक्त किया। एसएन श्रीवास्तव को घाटी में हिज्बुल के सफाए के लिए जाना जाता है।

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हिंसा के बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्याप्त पुलिस बल, सीएपीएफ और वरिष्ठ अधिकारी उत्तर पूर्वी दिल्ली में तैनात हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है। राष्ट्रीय राजधानी में होने के कारण दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। दंगाइयों को गोली मारने के आदेश हैं।

इस हिंसा में अब तक 17 लोगों की मौत होने की खबर हैं, जबकि 250 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है, घायल लोगों में 56 से अधिक पुलिस के जवान हैं। इसके अतिरिक्त बाबरपुर, मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। क्षतिग्रस्त इलाकों में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। हिंसा को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों की मदद और शांति बहाली के लिए स्थानीय शांति समितियों की मदद ली जा रही है। जाफराबाद में सीएए के विरोध प्रदर्शनस्थल को खाली करवा दिया गया है। सभी मेट्रो की सेवाएँ शुरू हो गई हैं।

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हिंसा प्रभावित इलाकों में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान भी तैनात किए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के भी जवान हर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया