मजहबी भीड़ ने फूँक दी दुकान, ‘श्याम चाय वाले’ की मदद के लिए आएँ आगे, ये रहे बैंक डिटेल्स

इस मुश्किल घड़ी में दंगा पीड़ित श्याम साहनी के परिवार की मदद को आगे आएँ

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंदू विरोधी दंगों के दौरान मजहबी भीड़ ने करावल नगर इलाके में मौजूद ‘श्याम टी स्टॉल’ को निशाना बनाया। लूटपाट के बाद दुकान को आग के हवाले कर दिया। इस दुकान के मालिक श्याम साहनी सब कुछ देख रहे थे, लेकिन चाहकर भी कुछ कर न सके। इस घटना के बाद से श्याम का परिवार, जो हर रोज सुबह से शाम तक इलाके के न जाने कितने लोगों के दिन की शुरुआत एक कप मीठी चाय के साथ कराता था, आज उसी परिवार को एक कप चाय नसीब नहीं हो रही है। श्याम अपने बीबी-बच्चों की जान को बचाने के लिए एक घर से दूसरे घरों में छिपते हुए बिता रहे हैं।

श्याम साहनी दशकों पहले रोजी-रोटी की तलाश में बिहार से दिल्ली आए थे। करावल नगर में ‘श्याम टी स्टॉल’ के नाम से दुकान खोली। लेकिन, श्याम ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिन लोगों को वह अपने हाथों से मिठास भरी चाय बनाकर पिलाते हैं एक दिन उन्हीं में से कुछ लोग दुकान को आग लगा देंगे।

सोमवार (24 फरवरी 2020) को हिंसा भड़कने के बाद श्याम अपनी दुकान बंद ही कर रहे थे कि दंगाइयों की भीड़ अचानक से पत्थरबाजी करती हुई आई। दंगाइयों ने पहले तो जमकर लूटपाट और तोड़फोड़ की। इसके बाद उन्हीं की आँखों के सामने दंगाई मजहबी भीड़ ने चाय की दुकान को आग के हवाले कर दिया। श्याम किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे। इसके बाद डर से श्याम ने किराए का मकान खाली कर दिया। बीबी-बच्चों के साथ एक परिचित के घर में पनाह ले राखी है। जब ऑपइंडिया की टीम मौके पर पहुँची तो आस-पास के लोगों ने बताया था, “चार दिन तक श्याम ने कपड़े बदलना तो दूर कुछ खाया तक नहीं। उसकी आँखों के सामने उसका सब कुछ बर्बाद हो गया।”

ताहिर हुसैन की छत से चले पेट्रोल बम में बर्बाद हुई ‘श्याम टी स्टॉल’

दरअसल बिहार वैशाली के चंदपुरा पातेपुर गांव के रहने वाले श्याम साहनी, पुत्र रामचन्द्र साहनी करीब 33 साल पहले (1987) दिल्ली में नौकरी करने के लिए आए थे। इसके बाद वह बच्चों को भी दिल्ली ले गए। श्याम के चार छोटे-छोटे बच्चे नीरज कुमार, धीरज कुमार, सन्नी और रोशन हैं, जो कि दंगों के बाद से बेहद डरे हुए हैं। इस घटना के बाद श्याम के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। श्याम का परिवार इन दिनों दूसरे के घरों में माँगकर खाना खाने को मजबूर है। अब ऐसे में बड़ा सवाल ये खड़ा होता कि इस हालात में श्याम अपने परिवार का पालन-पोषण कैसे कर पाएगा?

श्याम का परिवार रुंधे गले से बस एक ही बात कहता है कि “अब मेरा गुजारा कैसे होगा बाबू जी”। श्याम के मुताबिक उसकी दुकान में करीब पाँच लाख रुपए का नुकसान हुआ है। ऑपइंडिया ने श्याम को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। श्याम के बैंक अकाउंट की पुष्टि के बाद सारी डिटेल्स नीचे दे रहे हैं। इस मुश्किल वक़्त में दंगा पीड़ित श्याम साहनी के परिवार की मदद के लिए आगे आएँ।

Shyam Sahni
Bank of Baroda, Yamuna Vihar, Delhi
Ac no- 44630100001671
IFSC- BARB0YAMDEL (कृपया ध्यान रखें 5वॉं अक्षर शून्य यानी जीरो है)



ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया