दिल्ली के पाठक परिवार को शंख-घंटी बजाने पर दानिश से मिली थी धमकी, अब मो. शफी ने बजाया लाउडस्पीकर

दानिश शांत हुआ तो मोहम्मद शफ़ी ने बजाना शुरू किया लाऊडस्पीकर (प्रतीकात्मक चित्र)

दिल्ली के मदनपुर खादर एक्सटेंशन निवासी रोशन पाठक ने दानिश और और उनके साथियों पर अपने परिवार को पूजा पाठ न करने देने का आरोप लगाया था। यह 19 अक्टूबर 2021 की घटना थी। तब शिकायत में कहा गया था कि उन्हें दोबारा शंख और घंटी नहीं बजाने को लेकर धमकी दी गई थी। इस मामले में ऑप इंडिया ने शिकायत करने वाली शांति पाठक के पति रोशन पाठक से बात की।

उन्होंने बताया कि इस मामले में मीडिया में खबर चलने के बाद उन्हें और आरोपित दानिश को पुलिस ने बुलाया था। पुलिस ने दानिश को दुबारा ऐसी कोई हरकत न करने की चेतावनी दी थी। इसी के साथ दोनों पक्षों से एक सहमति पत्र लिखवा कर तत्कालीन ACP बिजेन्दर सिंह के ऑफिस में जमा करवा लिया गया था। इसी कारण से FIR दर्ज नहीं की गई। सहमति पत्र की कॉपी पाठक परिवार को नहीं दी गई थी।

दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से रोशन पाठक ने खुद को पूरी तरह से संतुष्ट बताया। ACP बिजेन्दर सिंह और SHO इंस्पेक्टर भूषण कुमार का व्यवहार उनके लिए संतोषजनक रहा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में किसी भी प्रकार की कोई धमकी या दबाव उनके परिवार पर नहीं है। किसी भी कॉल का पुलिस पूरा समाधान करती है। पूजा-पाठ में भी अब कोई दिक्कत नहीं। रोशन पाठक के अनुसार हिन्दू संगठन बजरंग दल ने उनकी इस मामले में बहुत मदद की।

रोशन पाठक की बेटी नताशा पाठक ने बताया कि पुलिस ने उन्हें अधिकारियों के नंबर भी दिए थे। घटना के बाद दानिश ने कोई बवाल नहीं किया। हालाँकि 4-5 दिन पहले वहीं रहने वाले झगड़ालू स्वभाव के मोहम्मद शफी और उसकी बीवी गुलाब जहाँ जोर-जोर से स्पीकर बजाने लगे। उन्हें ऐसा करने से मना किया गया पर कोई असर नहीं पड़ा। जब इस संबंध में शिकायत का गई, तब SHO के आते ही उन लोगों ने स्पीकर बजाना बंद कर दिया।

ऑपइंडिया से बातचीत में SHO कालिंदी कुंज इंस्पेक्टर भूषण ने बताया कि पीड़ित परिवार की समस्याओं का समाधान कर दिया गया है। लॉ एन्ड आर्डर पूरी तरह सामान्य है। FIR न दर्ज किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामले को दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से सुलझा लिया था। FIR की जरूरत नहीं थी। उनके अनुसार पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है, किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। ACP बिजेन्दर सिंह का लगभग 15 दिन पहले तबादला हो चुका है, जिनके बदले ACP विजय मलिक ने चार्ज लिया है।

मूल रूप से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी निवासी रोशन पाठक 20 वर्षों से अधिक समय से दिल्ली में रहते हैं। वो इलेक्ट्रॉनिक रिक्शा (बैटरी रिक्शा) चलाते हैं। परिवार में 2 बेटे और 1 बेटी हैं। एक बेटा मीडियाकर्मी है, जो घटना के समय बाहर था।

रोशन पाठक के अनुसार पहले उनके मोहल्ले में मुस्लिम बहुत कम थे, जो अब बहुसंख्यक हो गए हैं। कुछ हिन्दू परिवार ऐसी ही हरकतों से मोहल्ले से पलायन करके दूसरी जगह बस गए हैं। हालाँकि उन्होंने कहा कि वो पलायन नहीं करने वाले। पाठक परिवार के अनुसार आरोपित दानिश मुर्गियों को बेचने का कार्य करता है। उसकी गलत हरकतों को उसके परिवार का पूरा समर्थन हासिल है। पीड़ित रोशन का आरोप यह भी है कि स्थानीय विधायक अमानतुल्लाह खान भी दानिश जैसी सोच रखने वालों का समर्थन करते हैं।

अपनी शिकायत में पीड़ित परिवार से दानिश ने कहा था कि पूजा-पाठ से उसकी नींद में खलल पड़ता है। उसने आस-पास के कई मुस्लिम परिवारों को भी जमा कर लिया था। दोबारा ऐसा करने पर भगवान की मूर्ति को उठा कर बाहर फेंक देने की धमकी दी गई थी। पीड़ित परिवार ने अपनी शिकायत में घर में लूट-पाट की भी आशंका जताई थी। इस घटना पर विश्व हिन्दू परिषद पदाधिकारी विनोद बंसल ने भी दिल्ली पुलिस से आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की थी।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।