पहले भी रेड में निकले हैं नोटों के पहाड़, पर कॉन्ग्रेस MP धीरज साहू के ₹500 करोड़ सब पर भारी: अब तक की 8 सबसे बड़ी बरामदगी के बारे में जानिए

धीरज साहू से पहले कानपुर समेत तमाम जगह बड़ी धनराशि बरामद हो चुकी है (चित्र साभार: ABP , HT & India.Com)

झारखंड से कॉन्ग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर पिछले 5 दिनों से चल रही छापेमारी में अब तक लगभग ₹500 करोड़ की बरामदगी की जा चुकी है। यहाँ नोटों के बंडल गिनने में ही कई दिन लग गए हैं। इस छापेमारी में मिली धनराशि को आयकर विभाग की अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी माना जा रहा है।

धीरज साहू के 10 ठिकानों पर की गई छापेमारी में अब तक यह धनराशि बरामद हुई है। इसमें ओडिशा के बोलांगीर से सबसे ज्यादा बरामदगी हुई है जबकि टीटागढ़ और संबलपुर से भी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई है। बोलांगीर से 60 किलो सोना भी बरामद हुआ है।

हालाँकि, यह कोई पहली बार नहीं है जब आयकर विभाग को नोटों का पहाड़ छापेमारी के दौरान मिला हो। इससे पहले भी अलग-अलग मौकों पर देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी रिकवरी होती आई है। एक नजर इन घटनाओं पर डाल लेते हैं।

कानपुर, दिसम्बर 2021: पीयूष जैन

कानपुर के इतर कारोबारी पीयूष जैन के यहाँ 40 घंटों तक चली दिसम्बर 2021 की एक छापेमारी में ₹196 करोड़ रुपए नकद और 23 किलो सोने की बरामदगी हुई थी। इस धनराशि को गिनने के लिए 19 मशीनें लगानी पड़ी थीं। यहाँ से 250 किलो चाँदी और यहाँ तक कि चंदन के तेल के ड्रम तक यहाँ से बरामद हुए थे। पीयूष जैन के कन्नौज स्थित घर पर भी इस दौरान छापेमारी हुई थी।

झारखंड, मई 2022: IAS पूजा सिंघल

पूजा सिंघल झारखंड की ही IAS हैं, जिनके ऊपर बीते वर्ष 2022 में छापा पड़ा था। पूजा सिंघल के घर से ED को लगभग ₹20 करोड़ बरामद हुए थे। यहाँ से ₹150 करोड़ की सम्पत्ति के कागज भी बरामद हुए थे। ED ने उनकी 82 करोड़ की सम्पत्ति जब्त की थी। पूजा सिंघल झारखंड सरकार में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी थीं और मनरेगा घोटाले में आरोपित थीं। उनके ऊपर अब भी जाँच चल रही है।

बंगाल, जुलाई 2022: अर्पिता मुखर्जी & पार्थो चैटर्जी

पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले घोटाले की जाँच कर रही ED ने ममता बनर्जी सरकार में मंत्री पार्थो चैटर्जी और उनकी प्रेमिका अर्पिता मुखर्जी के अलग-अलग ठिकानों से ₹50 करोड़ की बरामदगी की थी। यह 6 किलो सोना और कई महंगी गाड़ियाँ भी बरामद की गई थीं। उनके चार फ्लैट भी सीज किए गए थे।

महाराष्ट्र, जुलाई 2022: रियल स्टेट डेवलपर

अगस्त 2022 में महाराष्ट्र के जालना में हुई छापेमारी में 58 करोड़ रुपए नकद की बरामदगी आयकर विभाग के अधिकारियों को हुई थी। इसके अलावा 32 किलो सोना और साथ ही तमाम बेनामी सम्पत्ति का भी पता अधिकारियों को चला था। यहाँ जब्त की गई कुल सम्पत्ति की वैल्यू ₹390 करोड़ बताई गई थी। यहाँ छापा मारने वाले अधिकारी बारात की गाड़ियों में पहुँचे थे ताकि किसी को शक ना हो।

हैदराबाद, अक्टूबर 2021: हेट्रो फार्मा

अक्टूबर 2021 में हैदराबाद की हेट्रो फार्मा पर हुई छापेमारी आयकर विभाग ने ₹142 करोड़ नकद बरामद किए थे। यह कंपनी भारत से लेकर दुबई, यूरोप और अफ्रीका तक में दवाई का एक्सपोर्ट करती थी। यहाँ आयकर विभाग को इस फार्मा कम्पनी की ₹550 करोड़ की बेनामी सम्पत्ति का ब्योरा मिला था। यह सारी धनराशि कुछ लॉकर में भर कर रखी गई थी।

कोयम्बतूर, अप्रैल 2019: दुरई मुरुगन

अप्रैल 2019 में डीएमके नेता और पार्टी के कोषाध्यक्ष से जुड़े ठिकानों पर आम चुनावों के दौरान आयकर का छापा पड़ा था। इसमें छापा मारने वाले अधिकारियों को ₹21 करोड़ की बरामदगी हुई थी। यह सारा पैसा बोरे में भर कर रखा गया था। 2019 आम चुनावों के दौरान हुई इस बड़ी छापेमारी के कारण यहाँ मतदान को रद्द करना पड़ा था।

तमिलनाडु, जुलाई 2018: सुश्री SPK & कम्पनी

तमिलनाडु में जुलाई 2018 में पूरे प्रदेश में हुई छापेमारी में रोड बनाने वाली इस कम्पनी के ठिकानों से ₹160 करोड़ से अधिक की बरामदगी हुई थी। इसके अलावा 100 किलोग्राम सोना भी इसके ठिकानों से जब्त किया गया था। इसे तब देश की सबसे बड़ी छापेमारी कहा गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया