खास लोगों को हर महीने ₹10 लाख भेजता था दाऊद इब्राहिम, नवाब मलिक ने माना- NCP कार्यकर्ता था हसीना पारकर का बॉडीगार्ड: रिपोर्ट

दाऊद इब्राहिम के डी गैंग और नवाब मलिक के बीच लिंक का दावा (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) तथा भगोड़े आतंकी दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के डी गैंग के बीच लिंक की पड़ताल कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) को कई अहम जानकारी हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि दाऊद हर महीने अपने खास लोगों को 10-10 लाख रुपए भेजता था। दाऊद की बहन हसीना पारकर का बॉडीगार्ड सलीम पटेल एनसीपी से जुड़ा हुआ था। यह बात भी सामने आई है कि जाँच एजेंसी ने मलिक के बेटों और पत्नी को भी समन भेजा था, लेकिन वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए।

रिपोर्ट के अनुसार खालिद उस्मान शेख ने ईडी को बताया है कि दाऊद हर महीने इकबाल कासकर, पने भाई-बहनों, रिश्तेदारों और कुछ खास लोगों को 10-10 लाख रुपए भेज रहा था। कासकर को भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वहीं खालिद उस्मान कासकर के एक बचपन के दोस्त का छोटा भाई है।

यह बात भी सामने आई है कि नवाब मलिक ने ईडी पूछताछ में सलीम पटेल को 2022 से जानने की बात कबूली है। उन्होंने बताया है कि पटेल एनसीपी का कार्यकर्ता था और पार्टी की मुंबई ईकाई के अध्यक्ष रहे चंद्रकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में काम करता था। ईडी का दावा है कि नवाब मलिक ने डी-कंपनी के सदस्यों के साथ मिलकर गोवावाला कॉम्प्लेक्स हड़पने के लिए आपराधिक साजिश रची। इस संबंध में ED की चार्जशीट पर स्पेशल कोर्ट ने 20 मई 2022 को संज्ञान लिया था। कोर्ट ने कहा था कि इस बात के सबूत हैं कि मलिक सीधे तौर पर और जानबूझकर कुर्ला स्थित गोवावाला कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक साजिश में शामिल थे।

ईडी ने चार्जशीट में यह भी बताया है कि नवाब मलिक के बेटे और पत्नी समन भेजने के बावजूद पूछताछ के लिए नहीं आए। एजेंसी के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मलिक की पत्नी को दो बार और बेटे फराज मलिक को 5 बार समन भेजा गया था।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले ईडी महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और नेशनलिस्ट कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक की गैंगस्टर दाउद इब्राहिम के साथ लिंक की जाँच कर रही है। पिछले दिनों अदालत ने नवाब मलिक के डी गैंग के साथ लिंक की बात मानी थी। अब नवाब मलिक के दोनों बेटे और पत्नी ईडी के समक्ष पेश होने में आना-कानी कर रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया