अलीगढ़ में 9 कोचिंग संचालकों पर FIR, उपद्रवियों ने फूँक दी थी चौकी: 55 नामजद और 500 अज्ञात, अब तक 36 दबोचे गए

UP में अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन मामले में अब तक 387 गिरफ्तार (फाइल फोटो)

अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसा में बिहार के बाद उत्तर प्रदेश प्रभावित रहा। इसमें अलीगढ़ जिला UP के सबसे अधिक हिंसाग्रस्त जिलों में शामिल है। यहाँ पर बीते 17 जून को न सिर्फ यमुना एक्सप्रेस पर तोड़फोड़ करत्ते हुए सड़क को जाम करने का प्रयास किया गया था बल्कि जट्टारी नाम की पुलिस चौकी में भी आग लगा दी गई थी। अब अलीगढ़ पुलिस ने हिंसा के आरोपितों और सूत्रधारों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। खास बात ये है कि यहाँ भी हिंसा को हवा देने वालों में कोचिंग संचालकों की भूमिका सामने आई है।

अलीगढ़ रेंज के DIG दीपक कुमार के मुताबिक, “घटना के दिन पुलिस बल जुमे की नमाज़ को ले कर सक्रिय था। छात्रों के आंदोलन के भी इनपुट थे। उनसे बात चल रही थी। भीड़ में छिपे कुछ अराजक तत्वों ने माहौल को खराब करने का प्रयास किया। सोशल मीडिया पर मामले को हवा देने वालों पर एक्शन लिया जा रहा है। सैनिक कल्याण बोर्ड कोचिंग इंस्टिट्यूट वालों से लगातार सम्पर्क में है। अब तक इस मामले में 4 FIR दर्ज हुई है। छात्रों को भड़का रहे कोचिंग सेंटर वालों को भी हिरासत में ले कर पूछताछ चल रही है। अब तक 36 से ज्यादा आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। यह संख्या अभी बढ़ेगी क्योंकि पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। FIR पुलिस, रोडवेज और नगर पालिका द्वारा करवाया गया है।”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अलीगढ़ पुलिस ने जिस कोचिंग सेंटरों पर केस दर्ज किया है उसमें तिरुपति कोचिंग सेंटर संचालक रामकुमार, गुरुकुल कोचिंग सेंटर संचालक जट्टारी अमित चौधरी, कोचिंग सेंटर संचालक मोहन चौधरी, यंग इंडिया कोचिंग सेंटर संचालक सुधीर शर्मा, केडी इंस्टीट्यूट संचालक गौरव चौधरी, समन्वय कोचिंग सेंटर संचालक विजय उर्फ मॉटी, जीएस कोचिंग सेंटर संचालक पुष्पेंद्र सिंह, गुलिया लाइब्रेरी संचालक केशव चौधरी शामिल हैं। हिंसा में किसी भी प्रकार की भूमिका निभाने वाले 55 आरोपितों को नामजद करते हुए 500 को अज्ञात में रखा गया है। इसमें 9 कोचिंग संचालक शामिल हैं।

पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक अन्य कोचिंग संचालक नवीन कुमार ने तो छात्रों से हथियार उठा लेने की अपील वाला भड़काऊ पोस्ट डाला था। इनके अतिरिक्त भर्मेंद्र, पुष्पेंद्र पर भी इंटरनेट से उकसाने वाले संदेश भेजे गए थे। इन पर भी पुलिस कार्रवाई की जा रही है। वहीं आज शनिवार (18 जून) को एक बार फिर से अलीगढ़ में उपद्रव की साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया। खैर कस्बे में छात्रों के नाम पर जमा कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। हालाँकि पुलिस ने समय रहते उन्हें काबू कर लिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया