जनजातीय समाज की लड़कियों से सामूहिक बलात्कार: बाल आयोग के अध्यक्ष ने पीड़िताओं और परिजनों से की मुलाकात, शिकायत – रोहिंग्या घुसपैठियों की करतूत

मेघालय में पीड़ित महिलाओं से घटनाक्रम की जानकारी लेते NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो

केंद्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो मेघालय पहुँचे हैं। रविवार (28 अप्रैल, 2024) को उन्होंने दक्षिण-पश्चिम गारो पहाड़ियों के अमपाती जिले में एक जनजातीय उत्सव के दौरान नाबालिग लड़कियों पर हमले और उनके साथ सामूहिक बलात्कार के मामलों की जाँच की। इन घटनाओं को लेकर कई शिकायतें आई थीं। ये इलाका असम और बांग्लादेश से सटा हुआ है। प्रियंक कानूनगो ने बताया कि हमलावरों के अवैध रोहिंग्या घुसपैठिया होने का संदेह है।

कई लड़कों पर भी हमला किया गया, वहीं लड़कियों को गैंगरेप का शिकार बनाया गया। प्रियंक कानूनगो ने पीड़ितों और उनके परिजनों से मुलाकात की। अब भी आधा दर्जन अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। प्रियंक कानूनगो ने भरोसा दिलाया है कि NCPCR ये सुनिश्चित करेगा कि सभी अपराधियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले, एक भी अपराधी बच कर निकलने न पाए। उन्होंने ये भी बताया कि आगे ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार स्तर पर नीति बनाई जाएगी।

बता दें कि मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में मंगलवार (23 अप्रैल, 2024) को 26 वर्षीय यूट्यूबर के साथ रेप का मामला भी सामने आया था। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले में 3 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। पीड़िता और उसके दोस्तों को पहले नशीला पदार्थ दिया गया था। 18-20 की उम्र के तीनों अपराधियों जैंतिया हिल्स से गिरफ्तार करने में पुलिस ने कामयाबी पाई। वहीं अन्य की तलाश जारी है।

वहीं गारो हिल्स रेप केस में पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत 8 को गिरफ्तार किया है। SWGH (साउथ वेस्ट गारो हिल्स) के पुलिस चीफ (मुख्यालय) विकास कुमार यादव ने बताया कि असम पुलिस के साथ जॉइंट ऑपरेशन में शनिवार को मांकचर से मुख्य आरोपित धराया है। अगले दिन उसे पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया। 12-15 आरोपित इसमें शामिल थे। इनकी उम्र 25-27 के बीच बताई जा रही है। 16 अप्रैल, 2024 को 2 लड़कों और 2 लड़कियों के साथ बर्बरता हुई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया