ग्लास कांड: ससुराल वालों ने दामाद के पिछवाड़े में डाल दिया ग्लास – बिहार का वो केस, जो है सोशल मीडिया पर वायरल

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक शख्स के मलद्वार में ग्लास घुसेड़ा गया (चित्र साभार- oneindia)

सोशल मीडिया पर बिहार का ग्लास कांड नाम से एक घटना वायरल हो रही है। इस घटना के पीड़ित का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने उसके मलद्वार में ग्लास घुसेड़ दिया था। पीड़ित अपनी पत्नी को वापस ले जाने के लिए ससुराल गया था, जहाँ हुई कहासुनी के बाद उसके साले ने यह हरकत की। घटना 1 जनवरी 2023 की है। फ़िलहाल पीड़ित की हालत गंभीर है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है। पीड़ित का नाम पवन दास है, जो साहेबगंज क्षेत्र के गाँव रामपुर का रहने वाला है। वह हैदराबाद की एक कम्पनी में काम करता था। दिसंबर 2022 में वह छुट्टी पर अपने घर आया था। उसकी पत्नी काफी समय से मायके गई थी, जिसे अपने घर ले जाने के लिए पवन दास 1 जनवरी 2023 को अपनी ससुराल गया था। अगले दिन 2 जनवरी को वह अकेले ही वापस लौटा। आरोप है कि इसी दौरान उसके साले ने किसी बात पर हुए विवाद में पवन दास के मलद्वार में ग्लास घुसेड़ दिया था।

पीड़ित के भाई का आरोप है कि 2 जनवरी को ससुराल से लौट कर पवन दास ने अपने पेट में दर्द की शिकायत की। पूछने पर पवन ने ठीक से शौच न कर पाने की तकलीफ बताई। पवन को उनके परिवार द्वारा दवाएँ दीं गई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। बाद में पवन को मुजफ्फरपुर अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे टीबी की बीमारी बताते हुए मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। जब मेडिकल कॉलेज में पवन दास का एक्सरे हुआ, तब पता चला कि उसके मलद्वार में ग्लास फँसा है।

पवन ने अपने परिवार से बताया कि उसकी ससुराल में सास, ससुर और साले ने मार कर पहले उसे बेहोश कर दिया, फिर पीछे से ग्लास घुसेड़ दिया। जो ग्लास अंदर पाया गया, वह स्टील का छोटा सा ग्लास है जो चाय पीने के लिए प्रयोग होता है। दावा ये भी है कि ससुराल में जो कुछ भी हुआ, उसके बाद भी पवन घर तक साईकिल से बैठ कर चलाने के बजाए खड़ा हो कर आया था।

20 जनवरी 2023 को पवन दास का ऑपरेशन किया गया। पीड़ित के भाई के मुताबिक इस बीच लगभग 20 दिन पवन दास को खाना नहीं दिया गया और शौच के तौर पर काफी मुश्किल से थोड़ा-बहुत जोर लगा के कर पाते थे।

खुद पीड़ित पवन का आरोप है कि उनके मलद्वार में ग्लास डालने से पहले ससुराल वालों ने उन्हें इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया था। उन्होंने कहा कि शोर मचाने पर कोई सुन नहीं पाया क्योकि आस-पास के लोग किसी के अंतिम संस्कार में गए थे। पवन के मुताबिक जब उन्हें इंजेक्शन लगाया गया, तब उनका शरीर ठंडा होने लगा था। पवन ने अपने साथ हुई हरकत में अपने साढ़ू डुगडुगी दास और ससुर शम्भू दास को आरोपित किया है। हालाँकि पवन ने खुद को नौटंकीबाज होना भी स्वीकार किया।

आरोपितों ने खुद को निर्दोष बताया

इस पूरे मामले में आरोपित परिवार ने खुद को बेगुनाह बतया है। आरोपितों का कहना है कि उनका दामाद पवन झूठ बोल रहा है। आरोपित रीना का कहना है कि अगर पवन के साथ ऐसा हुआ होता तो वो ससुराल वाले गाँव से अपने गाँव गया कैसे? आस-पास के लोगों ने पवन को बहुरुपिया बताते हुए ये सारी हरकत आरोपितों के ही परिवार द्वारा किया जाना बताया।

इस पूरे मामले में अभी तक बिहार पुलिस द्वारा किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं की गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया