हाल ही में गुजरात में कच्छ के भुज से एक हिंदू महिला पर मुस्लिम पति द्वारा बेरहमी से अत्याचार करने का मामला सामने आया है। पीड़िता को उसके पति फिरोज ने इस कदर पीटा कि महिला का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह भी आरोप है कि फिरोज पीड़िता को अन्य व्यक्तियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था और इनकार करने पर उसे बेरहमी से पीटता था।
इस संंबंध में ऑपइंडिया ने पीड़िता से बातचीत की। पीड़िता ने बताया कि वह फिलहाल अस्पताल में भर्ती है और डॉक्टरों का कहना है कि जिस तरह से उसकी पिटाई की गई है, उसे ठीक होने में काफी समय लगेगा। अस्पताल में उसकी माँ देखभाल कर रही है।
पीड़िता ने अपनी हालत के बारे में बताते हुए कहा, “मुझे इतना पीटा गया है कि मैं खड़ा भी नहीं हो पा रही हूँ। गर्दन और पीठ में दर्द होता है। इसलिए मुझे एक तरफ लेटना पड़ता है। कई जगह से शरीर की चमड़ी फट गयी है।”
पहले भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन फिरोज की धमकी के कारण वापस लेना पड़ा
पीड़िता ने कहा, “जब मैं अस्पताल गई तो वहाँ के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। फिर फिरोज के खिलाफ मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मीडिया में सब कुछ उजागर होने के बाद पुलिस भी पूछताछ के लिए आ रही है। बाहर आते ही वह मुझे मारने आएगा। वह मुझ पर सौ फीसदी हमला करेगा। उसका दिमाग ऐसा है कि उसे पता ही नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या फ़िरोज़ का व्यवहार पहले से ही ऐसा है, उसने कहा, “उसका व्यवहार पहले से ही ऐसा है। जब से मेरी शादी हुई है, तब से वह मारपीट करता था। मैंने उस डिवीजन पुलिस स्टेशन में दो बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उसने मुझे धमकी दी कि अगर मैंने केस वापस नहीं लिया तो वह मुझे और मेरे 14 साल के बेटे को मार डालेगा। फ़िरोज़ के डर से मुझे केस वापस लेना पड़ा।”
बातचीत के दौरान पीड़िता ने बताया कि पहले उसकी शादी सुरेंद्रनगर में उसी समुदाय के एक युवक से हुई थी। शादी के बाद उसे एक बेटा भी हुआ, लेकिन पति से अनबन के कारण वह अपने मायके लौट आईं। बाद में फिरोज ने उसे प्रेम जाल में फँसाया और दोनों ने बाद में शादी कर ली।
अपने बेटे के व्यवहार के बारे में बात करते हुए महिला कहती है, “मेरा बेटा फिरोज से बहुत डरता है। वह (फ़िरोज़) हमेशा अपनी जेब में एक तेज़ चाकू रखता है। इसलिए मेरा बेटा हमारे साथ नहीं रहता। जब फ़िरोज़ बाहर होता है तो मेरा बेटा दो-तीन घंटे मेरे साथ रहता है और जब वह आता है तो बेटा मेरी माँ के घर चला जाता है।”
मौलवी के सामने निकाह किया, लेकिन दस्तावेज पेश नहीं किए क्योंकि मैं हिंदू हूँ
फ़िरोज़ से निकाह के बारे में बताते हुए पीड़िता ने कहा, “वह मुझे एक मौलवी के पास ले गया और वहाँ मुस्लिम रीति-रिवाज से निकाह कराया गया। हालाँकि, उसने कहा कि शादी के बाद कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। मौलवी ने कहा कि चूँकि लड़की हिंदू है, इसलिए वह उसकी मदद नहीं कर सकता।”
महिला नेआगे कहती है कि यही कारण है कि उसके पास शादी का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है, जबकि यह शादी हो चुकी है। इतना ही नहीं, पीड़िता ने हिंदू होने की वजह से फिरोज द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना के बारे में भी जानकारी दी।
मेरा मंदिर तोड़ा, मांस खाने पर मजबूर किया गया और नमाज पढ़ने को विवश किया
निकाह के बाद फ़िरोज़ द्वारा दी गई यातनाओं के बारे में पीड़िता ने ऑपइंडिया को बताया, “मैं अपना मंदिर लेकर गई थी और शुरुआत में पूजा-पाठ करती थी। मुझे माताजी में आस्था है। इसलिए मैं माताजी की पूजा करती थी, लेकिन एक दिन फिरोज ने भगवान और मंदिर सहित सब कुछ फेंक दिया।”
पीड़िता ने आगे बताया, “वह कहता था कि अब तुम अपना यह नाटक बंद करो। अब तुम्हारा नाटक यहाँ नहीं चलेगा। जब रमज़ान का महीना आता था तो वह मुझसे कहता था कि तुम काफ़िर हो। तुम माँ-बेटे ‘दाल-भात’ (मांसाहार न खाने के अर्थ में) हो। वह यह भी कहता था कि अगर तुमने किसी मुस्लिम से शादी की है तो तुम्हें नमाज पढ़नी होगी।”
इतना ही नहीं, पीड़िता को मांस खाने के लिए भी मजबूर किया गया। पीड़िता ने आगे कहा, “मैं मांस नहीं खाती, इसलिए वह हमेशा मुझे ‘दाल-भात’ कहकर मेरा और मेरे बेटे का अपमान करता था। वह कई बार मुझे मांस खाने के लिए मजबूर किया था। वह कहता था कि अगर तुम यह नहीं खाओगी तो तुम मुसलमान नहीं बनोगी।”
मांसाहार को लेकर अपने विरोध के बारे में पीड़िता ने आगे बताया, “मांस को लेकर मैंने उसका विरोध किया और नॉनवेज खाने या पकाने से इनकार कर दिया। मैंने कहा कि अगर वह चाहें तो मैं न तो मांस खाऊँगी और न ही पकाऊँगी। मैंने कहा दिया था कि मांस खाना है तो बाहर खाओ, लेकिन मुझे और बेटे को मजबूर मत करो।”
बचाव में आए हिंदू संगठनों ने दी हिम्मत: पीड़िता
पीड़िता ने आगे कहा, “मेरी हालत के बारे में पता चलते ही विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के भाई मुझसे मिलने आए। वे लगातार मेरे संपर्क में हैं और मेरी मदद कर रहे हैं। संस्थाओं ने मुझे प्रोत्साहित किया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। हिंदू भाई लगातार मेरा हौसला बढ़ा रहे हैं, लेकिन मुझे एक ही डर है कि अगर फिरोज जेल से बाहर आया तो मुझ पर दोबारा हमला करेगा। मेरी एक ही माँग है कि वह कभी जेल से बाहर न आए।”
अंत में हिंदू पीड़िता ने कहा, “मैं नहीं चाहती कि मेरे किसी अन्य हिंदू बेटे और बेटी को वह दर्द सहना पड़े, जो मैंने सहा है। वे इस तरह मुस्लिम युवकों के जाल में ना फँसें। मैं चाहती हूँ कि मेरा यह संदेश ऑपइंडिया के माध्यम से हर हिंदू बेटे-बेटी तक पहुँचे।”
पीड़िता की पिटाई, वीडियो हुआ वायरल
भुज की इस हिंदू पीड़िता के साथ हुई बर्बरता का खुलासा तब हुआ, जब उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कई यूजर द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में एक युवा महिला को सोते हुए और बेरहमी से पीटते हुए दिखाया गया है। महिला की पीठ पर काले धब्बे पड़ गए हैं और चमड़े भी कई जगह से फट गई है। वीडियो में दिखे दृश्य विचलित करने वाले थे।
सोशल मीडिया पर बताया गया कि ये लड़की गुजरात के भुज की रहने वाली है। घटना की पुष्टि बाद में तब हुई, जब पीड़िता ने खुद मीडिया के सामने आकर बयान दिया। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। वहीं, आरोपी फिरोज को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।