गुजरात: ₹900 करोड़ के फर्जी GST बिल घोटाले का मास्टरमाइंड मोहम्मद अब्बास गिरफ्तार, चला रहा था 25 फर्म

मो. अब्बास रफीकाली (बाएँ), शबाना कालीवाला (दाएँ) (साभार: TOI)

गुजरात राज्य वस्तु एवं सेवा कर (SGST) विभाग ने बड़ी सफलता हासिल की है। SGST ने 900 करोड़ रुपए के फर्जी बिलिंग घोटाले के मास्टरमाइंड मोहम्मद अब्बास रफीकाली मेघानी उर्फ एमएम को भावनगर में एक ठिकाने से गिरफ्तार किया। फर्जी बिल घोटाला मामले में मेघानी 9वीं गिरफ्तारी है।

पुलिस को मेघानी के ठिकाने के बारे में सूचना मिली जिसके बाद उन्होंने उसे गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी कर दी। मेघानी ने पिछले दरवाजे से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस अधिकारी उसे पकड़ने में कामयाब रहे।

राज्य पुलिस ने अब तक राज्य भर में फैले कम से कम 71 स्थानों पर छापेमारी की थी और कुल फर्जी बिलिंग या 1,741 करोड़ रुपए के फर्जी लेनदेन का खुलासा किया था। अब तक 319 करोड़ रुपए के अवैध इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया जा चुका है। छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में अफजल सजवानी और मीनाबेन राठौड़ भी शामिल है।

मामले में मेघानी की संलिप्तता सजवानी के आवास पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान सामने आई थी। राज्य जीएसटी विभाग ने कहा, “हमारे पास सबूत हैं जो मामले में मेघानी की संलिप्तता को साबित करते हैं। वह 25 फर्मों का संचालन कर रहा था और उसने 739 करोड़ रुपए के फर्जी बिलों का उपयोग करके 135 करोड़ रुपए की अवैध आईटीसी का लाभ उठाया था। हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है।”

पुलिस ने फर्जी बिल घोटाले के सिलसिले में भावनगर स्थित एचके मेटल्स की मालिक शबाना कालीवाला की भी भूमिका का पता लगाया। पुलिस ने पाया कि एचके मेटल्स ने 87 करोड़ रुपए के नकली बिलों के आधार पर 16 करोड़ रुपए के आईटीसी का दावा किया। शबाना को फर्जी बिलिंग घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस द्वारा माधव कॉपर लिमिटेड को नकली बिलिंग घोटाले में शामिल पाए जाने के बाद यह घोटाला सामने आया। संगठन ने कथित तौर पर 75 करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करने के लिए 425 करोड़ रुपए के नकली बिलों का इस्तेमाल किया था। कंपनी ने अब तक 137 करोड़ रुपए के करों की चोरी की है और इसके अध्यक्ष नीलेश पटेल एसजीएसटी विभाग द्वारा तलब किए जाने के बाद फरार है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया