पटाखे जलाने पर मोहम्मद वली ने चाकू घोंप कर हिन्दू युवक को मार डाला: सरकारी जमीन पर कर रखा है अवैध कब्जा, हिन्दू संगठनों में आक्रोश

राजेश गढ़वी की हत्या के मामले में हिन्दू संगठनों ने सौंपी याचिका

हाल ही में गुजरात के मोरबी में पटाखे जलाने को लेकर हुए झगड़े के बाद मोहम्मद वली जाम नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक हिंदू युवक की हत्या कर दी। इस हत्या से मोरबी क्षेत्र में स्थानीय हिंदू समुदाय और संगठनों में भी काफी आक्रोश है।

बहुत ही मामूली बात पर एक व्यक्ति की हत्या करने के मामले में अब हिंदू संगठनों ने कलेक्टर के यहाँ याचिका पेश कर आरोपितों को कड़ी सजा देने की माँग की है। साथ ही इस याचिका में माँग की गई है कि आरोपितों को सरकारी जमीन पर कब्जा करने और अवैध रूप से निर्माण करने के लिए दंडित किया जाए। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोपित व्यक्ति की पहचान मोहम्मद वली जाम के रूप में हुई है और मृतक व्यक्ति की पहचान राजेश गडवी के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के आधार पर, 7 नवंबर, 2023 को मोरबी के लाभनगर इलाके का निवासी मुहम्मद वली जाम एक हिंदू परिवार के घर के बाहर पटाखे जला रहा था। मोहम्मद वली लाखा गढ़वी के घर के बाहर पटाखे फोड़ रहा था, लेकिन उसकी पत्नी ने उसे मना किया क्योंकि उसकी तबीयत ठीक नहीं थी।

तभी पटाखों के तेज़ शोर के कारण मोहम्मद और लाखा गडवी में बहस होने लगी। जब पास के निवासी राजेश गढ़वी बीच-बहस में समझौते की पेशकश करने के लिए आगे आए, तो मोहम्मद वली और अधिक आक्रामक हो गया। 

इतना ही नहीं मोहम्मद वली ने अपना चाकू निकालकर राजेश गढ़वी के सीने में घोंप दिया। इसके बाद, गंभीर हालत में गढ़वी को शुरू में मोरबी के नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन स्थिति अधिक गंभीर होने के कारण, ऑन-कॉल डॉक्टरों ने राजेश को आगे के इलाज के लिए राजकोट भेज दिया। हालाँकि, राजकोट पहुँचने के बाद भी राजेश की हालत में सुधार नहीं हुआ और अंततः, इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया।

हालाँकि इस मामले में हत्या के बाद ही पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया और राजेश गढ़वी की हत्या के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने आगे किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लाभनगर में कुछ सुरक्षा कर्मचारियों को तैनात किया। वहीं घटना से नाराज स्थानीय हिंदू सदस्यों ने इस बीच कलेक्टर से मुलाकात कर याचिका दी जिसमें आरोपितों के खिलाफ GUJCTOC (गुजरात आतंकवाद और संगठित अपराध नियंत्रण) के तहत सख्त सजा की माँग की गई।

आरोपित के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज

बता दें कि इस मामले में विस्तृत जानकारी पाने के लिए ऑपइंडिया ने स्थानीय हिंदू संगठन के प्रमुख सदस्य कमलेश अहीर से संपर्क किया। उन्होंने ऑपइंडिया को बताया, “आरोपित गंभीर आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। इलाके के स्थानीय लोगों में उसकी छवि एक झगड़ालू व्यक्ति के रूप में है और लोग उससे डरते हैं। उसके खिलाफ पहले भी मारपीट समेत कई अन्य आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। समाज के लिए खतरा जैसी मानसिकता वाले व्यक्ति के खिलाफ GUJCTOC के तहत कार्रवाई करने के लिए हिंदू संगठनों ने जिला कलेक्टर को एक याचिका दी है। इसके अलावा कमलेश अहीर ने यह भी कहा कि इससे पहले आरोपितों ने एक हिंदू मंदिर पर भी हमला किया था। 

सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा

मामले के बारे में और अधिक जानकारी देते हुए कमलेश ने ऑपइंडिया को बताया कि आरोपितों ने समाकंठा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। हिंदू युवा वाहिनी और बजरंग दल जैसे संगठनों ने इस मुद्दे को लेकर कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने इस शिकायत में दावा किया है कि आरोपित सरकारी जमीन पर अवैध रूप से रह रहा है। इसके अतिरिक्त, उसने सार्वजनिक संपत्ति पर अवैध रूप से कई इमारतें बनाई हैं। हम निर्णायक कार्रवाई चाहते हैं।”

कमलेश अहीर का दावा है कि आरोपितों के खिलाफ पहले भी कई शिकायत किए गए हैं, लेकिन इन प्रयासों को नजरअंदाज कर दिया गया। कमलेश के मुताबिक, अगर आरोपित को उसके पिछले अपराधों के लिए कड़ी सजा मिली होती तो आज राजेश की हत्या नहीं होती। ऑपइंडिया के पास उन दोनों याचिकाओं की प्रतियाँ हैं जो हिंदू संगठनों ने दायर की हैं।

यह लेख मूल रूप से क्रुणाल सिंह राजपूत द्वारा गुजराती में लिखा गया था। मूल लेख का लिंक यहाँ है।

Krunalsinh Rajput: Journalist, Poet, And Budding Writer, Who Always Looking Forward To The Spirit Of Nation First And The Glorious History Of The Country And a Bright Future.