एक्टिविज्म के नाम पर पैसा जुटाया, खुद पर किया खर्च: TMC नेता साकेत गोखले फिर गिरफ्तार, गुजरात पुलिस ने माह भर में तीसरी बार पकड़ा

टीएमसी नेता साकेत गोखले (फ़ाइल फोटो)

तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के नेता साकेत गोखले (Saket Gokhle) को गुजरात पुलिस (Gujrat Police) ने एक माह में तीसरी बार गिरफ्तार किया है। साकेत की गिरफ्तारी गुरुवार (29 दिसंबर 2022) शाम को दिल्ली से हुई और गुजरात पुलिस कार से उन्हें गुजरात लेकर गई। एक्टिविज्म के नाम पर क्राउड फंडिंग द्वारा प्राप्त धन का निजी इस्तेमाल करने के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया है।

रिपब्लिक टीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया, साकेत गोखले को इस बार एक्टिविज्म (activism) के नाम पर पैसे की हेराफेरी से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को गोखले से जुड़े खातों का पता चला है, जिसमें वह लोगों से पैसे प्राप्त कर रहे थे। वह इन पैसों का इस्तेमाल अपने खर्च के लिए कर रहे थे। दूसरी ओर गोखले ने दावा है कि एक्टिविज्म से संबंधित मामलों के लिए वह कानूनी शुल्क के रूप में ये पैसे ले रहे थे। उल्लेखनीय है कि TMC से जुड़ने से पहले गोखले को को कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी का वफादार माना जाता था।

यहाँ यह बताना भी जरूरी है कि पहले भी कई मुस्लिम एक्टिविस्ट ने साकेत गोखले से ऑनलाइन जुटाए गए पैसों को लेकर जवाबदेही की माँग की थी। आरोप लगाया गया था कि साकेत गोखले मुफ्त में ऑनलाइन याचिकाएँ दायर करते हैं और अदालत में उन याचिकाओं का फॉलोअप नहीं करते हैं। उन पर आरोप है कि वह एक्टिविज्म पर कोई पैसा खर्च नहीं करते हैं और कॉन्ग्रेस समर्थकों ने इस बाबत जो भी पैसे दिए, उसे अपने लिए खर्च कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुजरात पुलिस ने 5 दिसंबर 2022 को गोखले को जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। तब उन्होंने मोरबी पुल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में झूठ फैलाया था। गोखले ने एक गुजराती समाचार पत्र की कथित क्लिपिंग साझा करते हुए दावा किया था कि पीएम मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। उन्होंने जो क्लिपिंग साझा की थी, वह कथित तौर पर ‘गुजरात समाचार’ का था। ‘गुजरात समाचार’ ने कहा था कि उन्होंने ऐसी कोई रिपोर्ट प्रकाशित ही नहीं की है।

बता दें कि 5 दिसंबर 2022 को गिरफ्तारी के बाद गोखले को अहमदाबाद की एक अदालत ने 8 दिसंबर को जमानत दे दी थी। हालाँकि, जमानत के कुछ ही घंटों बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। दरअसल, मोरबी मामले में ही फर्जी ट्वीट को लेकर अन्य मामला दर्ज किया गया था। इसी के सिलसिले में जमानत के ठीक बाद उनकी दूसरी बार गिरफ्तारी हुई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया