मारा-पीटा, शरीर को चिमटे से जलाया…: गुरुग्राम के दंपति ने 14 साल की नाबालिग पर किए अत्याचार, कूड़ेदान से खाना खाकर जिंदा रही

14 वर्षीय की लड़की को प्रताड़ित करने के आरोप में दंपति गिरफ्तार (फोटो साभार दीपिका नारायण भारद्वाज/ट्विटर)

हरियाणा के गुरुग्राम से 14 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया है। रिपोर्टों के मुताबिक राँची की रहने वाली किशोरी को गुरुग्राम का एक दंपति प्रताड़ित कर रहा था। लड़की के शरीर पर गर्म चिमटे से दागे जाने और दूसरे कई तरह के घाव मिले हैं। लड़की के चेहरे पर भी चोट के कई निशान मिले हैं। बताया गया है कि लड़की को खाना भी नहीं दिया जाता था। किशोरी को गुरुग्राम पुलिस ने ‘वन स्टॉप सेंटर’ सखी की मदद से छुड़ाया। लड़की के साथ दरिंदगी करने वाले दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दंपति के खिलाफ स्थानीय सखी सेंटर की प्रभारी पिंकी मलिक ने केस दर्ज कराया है। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए गुरुग्राम के न्यो कॉलोनी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एफआईआर के मुताबिक झारखंड के राँची की रहने वाली नाबालिग लड़की को मनीष खट्टर और कमलजीत कौर ने काम पर रखा था। मनीष और कमलजीत निजी कंपनी के लिए काम करते हैं। उन्होंने प्लेसमेंट एजेंसी की मदद से पीड़िता को काम पर रखा था।

शिकायत के अनुसार दोनों मिलकर न सिर्फ लड़की की पिटाई करते थे बल्कि उसे बुरी तरह टॉर्चर कर रहे थे। लड़की के हाथों, पैर और मुँह पर चोट के निशान हैं। शरीर के कई हिस्सों को बुरी तरह दागा गया है। बताया गया कि लड़की को रातभर सोने नहीं दिया जाता था और तो और उसे खाने के लिए भी नहीं दिया जाता था। लड़की भूख मिटाने के लिए कचरे के डिब्बे में फेंका गया बचा-खुचा भोजन व जूठन खाने को मजबूर थी। शिकायत के अनुसार दंपति महीनों से लड़की को प्रताड़ित कर रहा था तथा उसका यौन उत्पीड़न भी कर रहा था।

गुरुग्राम में ‘वन स्टॉप सेंटर’ सखी की केंद्र प्रभारी पिंकी मलिक ने ऑपइंडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि उन्हें एक अनजान शख्स ने गुरुग्राम के न्यू कॉलोनी में लड़की को प्रताड़ित किए जाने की जानकारी दी। इसके बाद बिना देरी किए पिंकी मलिक ने पुलिस में शिकायत दी और पीसीआर की मदद से लड़की को घर से छुड़ा लिया।

फिलहाल पीड़िता को एक अस्पताल में दाखिल कराया गया है। अत्याचारी दंपति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले दोनों हाथ जोड़कर माफी माँग रहे थे। दंपति का कहना है कि उन्होंने अपनी साढ़े तीन साल की बेटी की देखभाल के लिए उसे रखा था। पिंकी मलिक ने ऑपइंडिया को बताया कि वह पीड़ित लड़की से दोबारा मुलाकात करेंगी। पीड़िता को ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है।

बता दें सखी ‘वन स्टाप सेंटर’ अनाथ, विधवा, निराश्रित महिलाओं को सहारा प्रदान देता है। वन स्टॉप सेंटर योजना भारत सरकार ने एक अप्रैल 2015 को हिंसा प्रभावित महिलाओं की मदद के लिए शुरू की है। यह योजना मूल रूप से सखी के नाम से जानी जाती है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया