छात्रों को धर्म-विचारधारा के आधार पर प्रताड़ित करती थी हमास समर्थक प्रोफेसर, लड़कियों को लुक्स को लेकर करती थी अपमानित: महिला आयोग ने चेताया – 1 सप्ताह में करो कार्रवाई

ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी में जाकर जाँच करती हरियाणा महिला आयोग की टीम (फोटो साभार: X/@RenuWBhatia1)

हरियाणा स्थित OP जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में समीना दलवई नामक एक महिला प्रोफेसर द्वारा क्लासरूम में सबके सामने छात्रों की निजता भंग करने का आरोप लगा है। उक्त प्रोफेसर हमास का समर्थन और ‘जय श्री राम’ से नफरत करने के लिए भी कुख्यात रही हैं। उन्होंने छात्रों के सामने ही छात्र-छात्राओं की Bumble (डेटिंग एप) आईडी खोल कर प्रदर्शित किया। इतना ही नहीं, उन्होंने चु%या जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया। अब हरियाणा की राज्य महिला आयोग की टीम इसकी जाँच करने पहुँची है।

आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें आयोग की टीम OP जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में जाँच करते हुए दिख रही है। वो खुद भी वहाँ गई थीं। उन्होंने जानकारी दी है कि इस दौरान छात्र-छात्राओं ने प्रोफेसर समीना दलवई द्वारा प्रताड़ना और प्राइवेसी के उल्लंघन की पुष्टि की है। इन छात्र-छात्राओं से सोमवार (7 नवंबर, 2023) को उन्होंने मुलाकात की। उन्होंने अपने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर इस संबंध में जानकारी दी है।

रेणु डब्ल्यू भाटिया ने लिखा, “ये देखना काफी दिल तोड़ने वाला है कि एक संस्थान अपने छात्रों को सुरक्षित जगह मुहैया कराने में नाकाम रहा, जहाँ वो अपनी प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत तक दर्ज करा सकें और उन्हें इसके बदले और प्रताड़ित न किया जाए। ये सुरक्षित व्यवस्था बनाने के लिए हरियाणा की राज्य महिला आयोग को हस्तक्षेप करना पड़ा। कुलपति प्रोफेसर सी राजकुमार ने बताया कि उन्हें इस प्रकरण की कोई जानकारी नहीं थी।”

हालाँकि, हरियाणा की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि इस दौरान VC राजकुमार ने कहा कि आरोपित महिला प्रोफेसर की तरफ से उन्हें माफीनामा मिला है। हालाँकि, बताया गया है कि इस मामले में सिर्फ वो ही आरोप नहीं हैं जो सार्वजनिक हैं। छात्रों के साथ उनके धर्म और उनकी विचारधारा के आधार पर भेदभाव किया जाता है। लड़कियों को उनके लुक्स और शारीरिक बनावट के आधार पर अपमानित किया जाता है। उन्हें एक वस्तु की तरह ट्रीट किया जाता है।

इसे संविधान के अनुच्छेद-14 का स्पष्ट उल्लंघन बताया जा रहा है। महिला आयोग ने यूनिवर्सिटी को कार्रवाई के लिए एक सप्ताह का समय दिया है, ऐसा न होने की स्थिति में कमीशन खुद कार्रवाई करेगा और प्रकरण को अपने हाथ में लेगा। रेणु भाटिया ने कहा कि इन छात्रों को जो मानसिक प्रताड़ना मिली है वो विश्वास से परे है। उन्होंने शिक्षा को राजनीति से मिलाने की निंदा करते हुए कहा कि लड़कियाँ डेटिंग एप्स पर अपना पीछा किए जाने के कारण डरी हुई हैं।

छात्रों को कुछ ईमेल भी महिला प्रोफेसर की तरफ से भेजे गए जो भेदभाव वाले हैं। महिला आयोग ने इसे मूलभूत अधिकारों का भी उल्लंघन माना है। आयोग ने कहा कि हम शिक्षा के नाम पर घृणा की खेती की अनुमति नहीं दे सकते और कार्रवाई करनी होगी। बता दें कि वायरल एक वीडियो क्लिप में दिखता है कि स्मार्ट टीवी पर एक लड़की का बम्बल अकाउंट खुला हुआ है और वह लेक्चर दे रही हैं। टीवी के पास लगे बोर्ड में ‘मल्लू’, ‘आयु’, ‘जगह’ और ‘फ्रेशर’ जैसे शब्द लिखे गए हैं। एक अन्य वीडियो में दिखता है कि समीना ने एक लड़के की आईडी टीवी पर खोली हुई है और हाँ या ना में जवाब माँग रही हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया