हाथरस: घूँघट काढ़े ‘भाभी’ बन नक्सली रह रही थी मृतका के घर, ‘ठाकुरों की बेटियों के रेप’ की दी थी धमकी

हाथरस मामले में नक्सली महिला (नकली भाभी) की पुलिस को तलाश (फोटो साभार: आजतक)

हाथरस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। ‘न्यूज़ 18’ की खबर के अनुसार, एक महिला पीड़ित परिवार में मृतका की ‘भाभी’ बन कर रह रही थी और परिवार की तरफ से बयान भी दे रही थी। इसके बाद से हाथरस मामले का नक्सली कनेक्शन सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि उक्त ‘भाभी’ सितम्बर 16 से 22 तारीख तक परिवार के साथ रही और इस दौरान अपने नक्सली आकाओं से भी संपर्क में थी।

हालाँकि, हमारे सूत्रों का कहना है कि वो काफी समय से पीड़ित परिवार के साथ रह रही थी और उसके वहाँ रहने की अवधि का कोई सटीक विवरण उपलब्ध नहीं हो पाया है। कहा जा रहा है कि वो घटना के दो दिन बाद ही पीड़ित परिवार के पास आ गई थी। फोरेंसिक रिपोर्ट्स में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई थी। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक SIT का गठन किया था, जो इस मामले की जाँच कर रही है।

SIT के अनुसार, उक्त महिला मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है और वो मृतका की असली भाभी के साथ लगातार संपर्क में थी। इसका खुलासा तब हुआ, तब SIT ने जाँच के लिए पीड़िता की भाभी के फोन कॉल रिकॉर्ड्स को खँगाला। अब नक्सली महिला को गिरफ्तार करने के लिए SIT ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। मृतका की नकली ‘भाभी’ और असली भाभी आपस में लगातार संपर्क में थी।

नक्सली महिला भाभी बन कर घूँघट के भीतर रहती थी, जिससे उसे कोई पहचान भी न सके। इस मामले में ‘लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU)’ ने पहले ही पाया था कि हाथरस मामले को लेकर दंगा भड़काया जा सकता है। अब SIT इस मामले में दो एंगल से जाँच कर रही है- एक हत्या का और दूसरा इस केस द्वारा सांप्रदायिक दंगे की बड़ी साजिश का। इस मामले में बड़ी फंडिंग के भी संकेत मिले थे।

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SIT अब इस बात की जाँच कर रही है कि उक्त नक्सली महिला ने पीड़ित परिवार के साथ रहने के लिए उसे प्रलोभन दिया था, या फिर डराया-धमकाया था। साथ ही इस बात की भी जाँच की जा रही है कि नक्सली महिला उर्फ़ ‘नकली भाभी’ ने पीड़ित परिवार का ब्रेनवॉश कर के उन्हें कहीं ये तो नहीं विश्वास दिला दिया था कि स्थानीय प्रशासन और अन्य जाति के लोग उनका जीवन मुश्किल कर देंगे और वे उनके दुश्मन हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ‘भाभी’ ने क्षत्रिय समुदाय की लड़कियों के बलात्कार की भी धमकी दी थी। ‘इंडिया टीवी’ से उसने कहा था कि क्षत्रिय समुदाय की 2-4 लड़कियों को लाकर ‘उनके’ पुरुषों के साथ 6 दिन के लिए छोड़ दिया जाए। साथ ही कहा था कि वो पंचायत की तरफ से तुरंत निर्णय दे देंगी- जो उनके घर की बेटी के साथ हुआ, वही क्षत्रियों की लड़कियों के साथ भी होना चाहिए। ‘भाभी’ ने कहा था, “अपनी लड़कियों को यहाँ छोड़ो, फिर देखो।

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‘भाभी’ ने कहा था कि परिजनों को उनकी बेटी का अंतिम दर्शन भी नहीं करने दिया गया, वो लोग भी ‘ठाकुरों की बेटियों’ के साथ भी यही कर के उन्हें सबक सिखाएँगे। बता दें कि कॉन्ग्रेस पार्टी सहित कई अन्य दलों के नेता लगातार इस मामले को जातिवादी रूप देने में। ‘भीम आर्मी’ भी इस मामले को लेकर अशांति फैलाने में लगा हुआ है। राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी।

इससे पहले राहुल गाँधी के क़रीबी कॉन्ग्रेस नेता श्योराज जीवन वाल्मीकि वीडियो में कहते दिखे थे, “दंगा तो कोई भी रोक नहीं पाएगा, जो स्थिति बनती जा रही है। वाल्मीकि समाज ही मार्शल कौम है। हमलोगों को आप गाँव में मार सकते हैं। बहुत काट दिए जाएँगे, बहुत मार दिए जाएँगे। शहर में हमलोग अच्छी-खासी तादाद में हैं। तैयारी पूरी है। इसके लिए हम पूरे तरीके से लगे हुए हैं।” पुलिस उनसे पूछताछ में लगी हुई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया