सड़कें, रेल, उड़ानें सब रद्द, पानी में बह रहीं गाड़ियाँ, डूबे मकान… तमिलनाडु में तबाही मचा रहा ‘मिचाउंग’ चक्रवाती तूफ़ान: भारी बारिश और तेज़ हवाओं का यूपी में भी असर

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में मिचाउंग तूफान से बुरा हाल, बचाव कार्य चल रहा

तमिलनाडु में ‘मिचाउंग’ तूफ़ान तबाही मचा रहा है। खासकर राजधानी चेन्नई से कई वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि रिहायशी इलाके पानी में डूबे हुए हैं और गाड़ियाँ तैर रही हैं। चेन्नई पुलिस भी बचाव कार्य में लगी हुई है, मडिपक्कम में एक बुजुर्ग को बचाया गया। भाजपा अध्यक्ष JP नड्डा ने प्रदेश अध्यक्ष K अन्नामलाई से बात की है और पड़ोसी राज्यों के भाजपा कार्यकर्ताओं के माध्यम से राहत कार्य शुरू करवाया है।

वहीं चेन्नई एयरपोर्ट को भी कई घंटे तक बंद रखा गया। तेज़ हवाएँ चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। इस कारण कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा। सभी एयरलाइन्स ने यात्रियों से कहा है कि वो पहले फ्लाइट स्टेटस चेक करें, तभी एयरपोर्ट के लिए निकलें। चेन्नई की सबअर्बन ट्रेन्स को अस्थायी काल के लिए निलंबित कर दिया गया है। चेन्नई के 14 सबवे बंद कर दिए गए हैं। बिजली एवं इंटरनेट सेवाओं में व्यवधान पहुँचा है। लोगों को उबाला हुआ पानी पीने की ही सलाह दी गई है।

IMD (मौसम विज्ञान विभाग) ने चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लुर में आगे भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। रानीपेट, वेल्लोर, तिरुवन्नामलाई और विल्लुपुरम जिलों में भीषण बारिश की चेतावनी दी है। कुड्डलोरे, कल्लाकुरीचि, तिरुपत्तूर और यहाँ तक कि पुदुच्चेरी में भी बारिश होती रहेगी। अगले 2 दिनों तक ये आपदा जारी रहेगी। मंगलवार (5 दिसंबर, 2023) को ‘मिचाउंग’ तूफ़ान आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर जमीन से टकराएगा।

वहीं उत्तर प्रदेश भी बंगाल की खाड़ी में उठे इस चक्रवाती तूफान से अछूता नहीं है। पुरवैया एवं मिश्रित हवा ने पश्चिम से आने वाली ठंडी हवा का रास्ता रोका, जिससे कि तापमान में 4.2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। पूर्व से आने वाली हवाएँ बारिश भी करा सकती हैं। हालाँकि, चक्रवात का असर कम होते ही ठंडी पछुआ हवाएँ चलेंगी। आसमान से बादलों के हटने के कारण सूर्य का प्रकाश तेज हुआ और इस कारण तापमान में और बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया है कि आगे इस तूफान का क्या रुख रहेगा। 4 दिसंबर को ये दक्षिणी आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तट से होते हुए मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रहा है। इसके बाद यहीं से ये उत्तर की ओर और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ेगा। नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच जब ये गंभीर चक्रवाती तूफान बन कर आंध्र के तटों को पार करेगा, तब हवाओ की रफ़्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक पहुँच जाएगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया