वर्षा को कहते थे- काफिर की औलाद, देवी-देवताओं को भी गाली: अरमान से निकाह के बाद फंदे से लटकी मिली थी, नईम और कुरैशी को बेल नहीं

हिंदू युवती वर्षा रघुवंशी की हत्या मामले में फईम के परिजनों की बेल खारिज

उत्तर प्रदेश के आगरा में हिंदू लड़की वर्षा रघुवंशी की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। दरअसल, गिरफ्तारी के बाद से रिहा होने के लिए परेशान फईम उर्फ अरमान कुरैशी के घरवालों ने कोर्ट में बेल याचिका दी थी। लेकिन कोर्ट ने वर्षा के भाई की शिकायत का हवाला देते हुए इस बेल याचिका को खारिज कर दिया।

अब कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश के कुछ अंश स्वराज्य पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने अपने ट्वीट में साझा किए हैं। जिसमें साफ लिखा है कि वर्षा के भाई ने शिकायत दी थी कि उसकी बहन वर्षा को फईम कुरैशी (अरमान) डेढ़ साल पहले बहला-फुसलाकर ले गया था और उससे शादी कर ली थी। इसके बाद फईम के घरवालों ने वर्षा को तंग करना शुरू कर दिया। उसके हिंदू होने के कारण उससे मारपीट होने लगी।

शिकायत में बताया गया है कि फईम और उसके परिजन वर्षा से माँस कटवाकर उससे बनवाते और उसे जबरन खाने को मजबूर करते थे। उससे कार और 5 लाख रुपए माँगे जाते थे। वर्षा को ससुराल में ‘काफिर की औलाद’ जैसे शब्द सुनने को मिलते थे और हिंदू देवी-देवताओं को गाली देकर उसे अपमानित किया जाता था। शिकायत में वर्षा के भाई ने बताया कि उसे 12 नवंबर 2021 को सूचना दी गई थी कि उसकी बहन की हत्या कर दी गई है। जब उसके परिजन वहाँ पहुँचे तो वर्षा का शव फर्श पर पड़ा था।

कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए इस तथ्य पर गौर किया कि वर्षा की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में शादी के लगभग डेढ़ वर्ष के अंदर ही हुई है और उसके साथ हुई घटनाएँ गंभीर व घृणित प्रकृति की हैं। अदालत ने सारे तथ्यों की जाँच परख करते हुए और अपराध की गंभीरता का हवाला देते हुए आरोपितों की जमानत को खारिज किया। दस्तावेजों के मुताबिक, अदालत ने कय्यूम कुरैशी और नईम कुरैशी की बेल याचिका को खारिज किया।

वर्षा रघुवंशी का पूरा मामला

उल्लेखनीय है कि पिछले साल नवंबर में जब वर्षा रघुवंशी की हत्या का मामला पहली बार प्रकाश में आया था उस समय फईम अपने घर से फरार हो गया था। पुलिस ने उसके परिजनों को पकड़कर उससे पूछताछ करनी शुरू की थी। वहीं लड़की के परिजनों में और अन्य स्थानीय हिंदुओं में इतना रोष था कि सबने मिलकर काफी हंगामा किया था। मृतिका के भाई के पास शाम 6 बजे फोन करके बताया गया था कि उसकी बहन ने आत्म हत्या कर ली है। मगर, मौके पर पहुँचने के बाद और पहले की घटनाओं को देखते हुए उन्हें शक हुआ कि वर्षा को पहले मारा गया फिर उसके शव को फंदे पर लटकाया गया। इसके बाद उन्होंने पूरे मामले पर अपनी तहरीर दी थी और आगे की कार्रवाई फईम के रिश्तेदारों को पकड़कर शुरू की गई।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया