PM मोदी के कच्छ दौरे से पहले भुज में सांप्रदायिक तनाव: सुलेमान ने परेश रैबारी को बुलाया और सीने में चाकू घोंपा, मौत के बाद इलाके में बवाल

मृतक परेश और विरोध कर रहे परिजन (फोटो साभार: भास्कर/सोशल मीडिया)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के गुजरात के कच्छ दौरे से पहले भुज में सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। तनाव फैलने का कारण सुलेमान सना द्वारा सुरेश रैबारी नाम के व्यक्ति की चाकू घोंपकर करना है। इसके बाद माधापुर गाँव में शुक्रवार (28 अगस्त 2022) को जमकर बवाल हुआ।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (29 अगस्त 2022) को भुज जाने वाले हैं। वे वहाँ कच्छ में आए भूकंप में मारे गए लोगों को प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने और याद करने के लिए ‘स्मृति वन’ का लोकार्पण करने वाले हैं। जहाँ स्मृति वन है, वहाँ से सांप्रदायिक तनाव वाले माधापुर की दूरी मात्र चार किलोमीटर है। ऐसे में प्रशासन सख्त हो गया है।

बताया जा रहा है कि मृतक सुरेश रैबारी की उम्र 20 साल थी और वह माधापुर का रहने वाला था। वहीं, हत्या के आरोपित सुलेमान कोटकनगर का बताया जा रहा है। कहा जा रहा कि शुक्रवार की सुबह एक होटल को लेकर दोनों के बीच माधापुर हाइवे पर विवाद हो गया था। हालाँकि, बाद में दोनों घर लौट गए।

दोपहर में सुलेमान ने परेश को फोन करके माधापुर बस स्टैंड के पास लोहाना समाजनी वाडी के पास मिलने के लिए बुलाया। जब परेश वहाँ पहुँचा तब सुलेमान ने अपने साथ लाए चाकू को परेश की छाती में घोंप दिया और लहुलुहान हालत में छोड़कर भाग गया।

परेश किसी तरह अपने बड़े भाई कमलेश को फोन करके बुलाया। कमलेश अन्य लोगों के साथ भागते हुए मौके पर पहुँचे और लहुलुहान भाई को रिक्शे में बैठाकर अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुँचने के कुछ ही देर बाद परेश की मौत हो गई।

परेश की मौत की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में उबाल आ गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण और नेता अस्पताल पहुँच गए। परिजनों ने मृतक के शव को लेने से भी मना कर दिया। घटना की जानकारी पुलिस को जैसे ही मिली, भारी संख्या में फोर्स अस्पताल पहुँच गई। इलाके के IG भी पहुँच गए और आरोपित को गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर शांत करने की कोशिश की।

हालाँकि, लोग इसके लिए तैयार नहीं थे। कुछ ही देर बाद पुलिस ने आरोपित सुलेमान को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद परिजनों ने मृतक का शव और उसे लेकर अंतिम संस्कार के लिए पहुँचे। इस दौरान भारी संख्या में लोग भी मौजूद रहे।

कहा जा रहा है कि जब अंतिम संस्कार करने के बाद लोग घर लौट रहे थे उसी दौरान लोगों का गुस्सा भड़क उठा। गुस्साए लोगों ने कुछ दुकानों को अपना निशाना बना लिया। ये भी कहा जा रहा है कि दूसरे समुदाय के महजबी स्थल को भी भीड़ ने निशाना बनाया है।

पुलिस इंस्पेक्टर करण सिंह विहोल का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद तनाव कम हो गया। उन्होंने कहा कि तनाव और हालात को देखते हुए गाँव में राज्य आरक्षित पुलिस (SRP) और त्वरित कार्रवाई बल (QRT) की टीमें तैनात कर दी गई हैं।

उधर सुलेमान को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस पता लगा है कि हत्या के पीछे क्या मकसद है। रिपोर्ट के मुताबिक परेश रैबारी दूध बेचने का काम करता था। वहीं, इलाके में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया