MP में इबादतगाहों से लाउडस्पीकर हटवाने का काम शुरू, चेकिंग के लिए गठित हुआ फ्लाइंग दस्ता: कई मस्जिदों पर लगे मिले 7-7 माइक

मध्य प्रदेश के कई जिलों की इबादतगाहों से उतरवाए जा रहे हैं अवैध लाउडस्पीकर (चित्र साभार- X/@projskhandwa)

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वो प्रदेश भर के विभिन्न जिलों की इबादतगाहों पर तेज आवाज में बजाए जाने वाले लाउडस्पीकरों को उतरवाएँ। इस आदेश पर तत्काल अमल भी शुरू हो गया है। इंदौर, कटनी सहित प्रदेश के कई जिलों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इबादतगाहों से लाउडस्पीकर उतरवाने में जुट गए हैं। इस कार्रवाई की तस्वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंदौर जिला प्रशासन ने इबादतगाहों से लाउडस्पीकर उतरवाने के लिए विशेष दस्ते का गठन किया है। थाना स्तर पर 13 फ्लाइंग दस्ता गठित किया गया है। इसमें स्थानीय थाना प्रभारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक भी शामिल हैं। इस निर्णय के बाद दस्ते ने शनिवार (16 दिसंबर) को इंदौर के ग्रामीण इलाकों की कई मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवाए हैं। कार्रवाई से पहले प्रशासन ने तमाम मौलाना-मौलवियों के साथ बैठक की।

इस मीटिंग का नेतृत्व डीआइजी (ग्रामीण) राजेश हिंगणकर, कलेक्टर टी. इलैया राजा और पुलिस अधीक्षक ने किया। इंदौर के ग्रामीण क्षेत्रों में कार्रवाई के दौरान ऐसी मस्जिदें भी दिखीं, जिस पर 7-7 माइक लगे हुए थे। प्रशासन की सख्ती के बाद कई इबादतगाहों से लाउडस्पीकर वहाँ के व्यवस्थापकों ने ही उतार लिए थे। इनमें खजराना में नाहर शाहवली दरगाह के सदर रिजवान भी शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने सांवेर, बड़गोंद और किशनगंज आदि क्षत्रों की कई मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटवाया।

धार जिले में भी इबादतगाहों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों पर प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है। यहाँ मुस्लिम तबके के कई लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन किया है। NDTV से बातचीत में एक मुस्लिम व्यक्ति ने बताया कि शिवराज सिंह चौहान सरकार ने भी इसी तरह का आदेश दिया था, लेकिन अधिकारियों की कमी से उसका पालन नहीं हो पाया।

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में भी इबादतगाहों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के दौरान सुन्नी नूरानी मस्जिद अंकुर नगर, खानशाहवली कॉलोनी आदि स्थानों पर नियमों के विरुद्ध लगे लाउडस्पीकर हटा दिए गए।

हालाँकि, इस कार्रवाई की जद में कई मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकर भी आए। कटनी पुलिस द्वारा शेयर की गई कार्रवाई की जानकारी में मंदिरों से लाउडस्पीकर उतारे जाने का मामला भी सामने आया है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, उनकी कार्रवाई शासन के निर्देशों के मुताबिक है।

बताते चलें कि इबादतगाहों पर अवैध तौर पर लगे लाउडस्पीकरों के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी बड़ा अभियान छेड़ रखा है। इस अभियान के तहत नियमों को न मानने वाले लोगों पर FIR भी दर्ज की जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया