इस्कॉन-भक्तों को ‘हरामी पोर्न वाले’ कहने पर कॉमेडियन सुरलीन कौर, शेमारू के खिलाफ शिकायत दर्ज

इस्कॉन ने कॉमेडियन सुरलीन कौर और शेमारू एंटरटेनमेंट लिमिटेड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस/ISKCON) ने अभिनेत्री और स्टैंड-अप कॉमेडियन सुरलीन कौर और मनोरंजन कंपनी शेमारू (Shemaroo) के खिलाफ संगठन और हिंदुओं के अपमान करने की शिकायत दर्ज कराई है। ISKCON ने सिमरन कौर द्वारा आयोजित एक स्टैंड-अप शो के खिलाफ मुंबई पुलिस को शिकायत भेजी है, जिसे शेमारू द्वारा विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मों में प्रकाशित किया गया था।

इस्कॉन के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास द्वारा जारी की गई शिकायत में उन्होंने कहा है कि कंपनी द्वारा अलग-अलग सोशल मीडिया साइट्स, यूट्यूब चैनल, वेबसाइट www.shemaroome.com आदि पर प्रकाशित वीडियो इस्कॉन समाज के साथ-साथ हिंदू धर्म के अनुयायियों को भी अपमानित करता है। उन्होंने कहा कि कौर द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक है, और इसने सनातन धर्म, हिंदुओं और इस्कॉन के अनुयायियों को दुनिया भर में बहुत कष्ट दिया है।

https://twitter.com/RadharamnDas/status/1266014612786499585?ref_src=twsrc%5Etfw

मनोरंजन के नाम पर हिंदू धर्म के अपमान की बढ़ती घटनाओं का उल्लेख करते हुए, शिकायत में कहा गया है –

“भारत में यह प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, जहाँ हिंदू धर्म/ सनातन धर्म और हमारे ऋषि-मुनियों, देवताओं आदि का लोगों द्वारा असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है दुरुपयोग किया जा रहा है। लोग सनातन धर्म के अनुयायियों के सहिष्णु स्वभाव का दुरुपयोग कर रहे हैं और उनकी गालियाँ और अभद्र भाषा की मात्रा दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।”

इस पत्र में लिखा गया है –

“यह सनातन धर्म और हमारे ऋषि मुनियों को बदनाम करने की ही एक साजिश है, ताकि युवाओं को आसानी से गुमराह किया जा सके। टिक-टोक आदि ऐप के माध्यम से विदेशी ताकतें हमारे चरित्र को नष्ट करना चाहती हैं, ताकि देश को आसानी से नियंत्रित और खंडित किया जा सके। इसे हम चीन के उदाहरण से सीख सकते हैं। जब प्राचीन चीनी समुदाय ने शांति से रहने का फैसला किया, तो उन्होंने चीन की महान दीवार बनाई, उन्होंने सोचा कि कोई भी इसकी ऊँचाई के कारण इसे लाँघ नहीं पाएगा।”

सुरलीन कौर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस्कॉन ने शिकायत दर्ज करने का फैसला किया। हालाँकि, यह वीडियो कुछ महीने पहले ही प्रकाशित किया गया था, लेकिन वीडियो को हाल ही में सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किया गया, जिसके कारण यह हिंदू संगठन की नजरों में आया।

सुरलीन कौर ने इस वीडियो में यह भी कहा कि प्राचीन हिंदू संतों ने अपनी ख़ुफ़िया हरकतों को छिपाने के लिए संस्कृत के अपने छोटे से ज्ञान का उपयोग किया। कामसूत्र का उदाहरण देते हुए उसने कहा कि ऋषियों ने कामुक ग्रंथों को लिखने के लिए संस्कृत भाषा का उपयोग किया। साथ ही कौर ने खजुराहो की मूर्तियों का मज़ाक बनाते हुए कहा कि हिंदू अश्लीलता (पोर्न) पसंद करते हैं।

शेमारू ने अब वो विडियो अपने चैनल से डिलीट कर दिया है, जिसमें तथाकथित कॉमेडियन सुरलीन कौर ग्रोवर यह कहती देखी गई कि ”बेशक हम सब इस्कॉन वाले हैं, पर अंदर से सब हरामी पोर्न वाले हैं।’

वीडियो के खिलाफ शिकायत में, इस्कॉन ने यह भी बताया है कि मानव चरित्र से समझौता करके सभ्यताओं को कैसे नष्ट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र की सभ्यता को नष्ट करने के लिए, उनके परिवार के ढाँचे को नष्ट करने, उनकी शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने और उनके रोल मॉडल को लज्जित करने जैसे 3 प्रमुख तरीके होते हैं।

उन्होंने लिखा, “परिवार को नष्ट करने के लिए; मातृत्व की भूमिका को कम करके, एक गृहिणी होने के नाते उसे शर्मिंदा करें। शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने के लिए आपको शिक्षक को कोई महत्व नहीं देना होता है, और समाज में उसका स्थान कम करना होता है ताकि छात्र उसका तिरस्कार करें। आदर्शों के पतन के लिए आपको उनके विद्वानों को कमतर साबित करना होता है, उन पर संदेह करना होता है, जब तक कि कोई उनकी बात सुनता या उन पर भरोसा करना बंद नहीं कर देता।”

बयान में कहा गया कि प्रसन्न युवा ही एक मजबूत राष्ट्र बना सकता है। इसमें कहा गया है –

“जब एक जागरूक माँ गायब हो जाती है, तो एक समर्पित शिक्षक गायब हो जाता है और आदर्शों और मूल्यों का पतन होता है, तो ऐसे में युवाओं के मूल्यों का निर्माण कौन करेगा? इस्कॉन की स्थापना इसलिए की गई ताकि हमारे युवा प्रसन्नता की ओर निर्देशित हों।”

इस्कॉन संगठन ने मुंबई पुलिस से सुरलीन कौर और शेमारू एंटरटेनमेंट के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया है। गौरतलब है कि आपत्ति जताने के बाद ‘शेमारू’ ने पहले ही विभिन्न प्लेटफार्मों से यह वीडियो हटा दिया है। लेकिन कई लोगों ने पहले ही इसे डाउनलोड कर लिया था, और बाद में विभिन्न सोशल मीडिया साइटों पर अपलोड कर दिया गया, जिसके कारण यह वायरल हुआ।

“धर्म, जाति, पंथ या संस्कृति, हम इस्कॉन समुदाय के सभी भाइयों और बहनों से माफी माँगते हैं, जिनकी भावनाओं को हमने अनजाने में नुकसान पहुँचाया हो। हम आश्वासन देते हैं कि ऐसे मामलों को सावधानीपूर्वक और अत्यधिक संवेदनशीलता से निपटाया जाएगा।”

कंपनी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने वीडियो हटा दिया है क्योंकि यह अपमानजनक पाया गया था, और इस्कॉन से माफी माँगी। शेमारू ने एक ट्वीट में लिखा –

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया