‘राम जी सोच रहे थे कि एक ही टाइमपास थी, कोई लुगाई उठा कर ले गया’: राजस्थान के अंग्रेजी शिक्षक का वीडियो, सफाई में कहा – 2 साल डिप्रेशन में था

जयपुर के शिक्षक अमन वशिष्ठ ने कहा था कि रामायण में कोई खुश नहीं (फाइल फोटो)

राजस्थान के शिक्षक अमन वशिष्ठ का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वो रामायण का अपमान करते हुए दिख रहे हैं। इसके बाद शिक्षक ने बयान जारी कर इसे 5 वर्ष पुराना बताते हुए माफ़ी माँगी है। अमन वशिष्ठ ने इस वीडियो में दावा किया था कि उन्होंने रामायण पढ़ी और सीरियल भी देख ली, लेकिन एक व्यक्ति भी इसमें खुश नहीं नज़र आया। वो छात्रों से पूछते हैं कि रामायण में कोई खुश है तो बता दो, इसके बाद शुरू से रामायण को याद करने की बात कहते हैं।

अमन वशिष्ठ आगे इस वीडियो में उदाहरण देते हुए कहते हैं कि शुरुआत दशरथ जी से होती है, जो एक बड़े राजा हैं लेकिन पेंशन हैं क्योंकि उन्हें बच्चे नहीं हो रहे। शिक्षक ने दावा किया कि इसके बाद ऋषि वशिष्ठ ने आकर हवन किया और रानियों को खाने के लिए खीर दी। छात्र हँसते हैं, इसके बाद मजाक वाले अंदाज़ में वो कहते हैं कि खीर से बच्चे हो गए, वो सही बोल रहे क्योंकि यही तो लिखा हुआ है। फिर उन्होंने मजाक बनाते हुए कहा कि बच्चों की शक्लें दशरथ जी से नहीं मिल रही थीं।

अमन वशिष्ठ को आगे कहते हुए सुना जा सकता है कि ऋषियों ने पहले ही बता दिया था कि हवन के बाद ये हो सकता है। छात्र और शिक्षक इसके बाद फिर ठहाके लगाते हैं। फिर शिक्षक कहते हैं कि ‘हिन्दू वाहिनी सेना’ वाले आकर उनका क़त्ल न कर दें। आगे ‘रामायण’ को अपमानजनक तरीके से रामायण बताते हुए वो कहते हैं कि बच्चे बड़े हो गए तो कैकेयी ने कहा कि उनके बच्चों को शासन नहीं मिला, कौशल्या दुखी हो गईं कि उनके बेटे को वनवास भेज दिया गया।

आगे अमन वशिष्ठ कहते हैं कि अब तक रामजी ‘Chilled’ थे और उन्हें कोई दुःख नहीं था, फिर वो वनवास गए। शिक्षक कहते हैं कि भगवान राम सोचते हैं कि 14 वर्षों का टाइमपास होगा और एक ही टाइमपास का साधन था, लेकिन लुगाई उठा कर ले गया। शिक्षक कहते हैं कि उनके पास ऐसी पूरी की पूरी कहानी है। वो रामराज्य का भी मजाक बनाते हैं और कहते हैं कि पूरी की पूरी रामायण के अंदर एक व्यक्ति भी खुश नहीं है।

अमन वशिष्ठ अंग्रेजी पढ़ाते हैं और YouTube पर भी उनके लाखो सब्सक्राइबर्स हैं। अब इस वीडियो के वायरल होने के बाद उन्होंने कहा है कि 5 साल पहले इसकी वजह से उन पर कार्रवाई भी हो चुकी है, जिसके कारण उन्हें जयपुर छोड़ना पड़ा था और 2 साल डिप्रेशन की गोलियाँ खानी पड़ी थी। अमन वशिष्ठ ने कहा है कि वो कोई सफाई नहीं देना चाहते, लेकिन माफ़ी माँग रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये शब्द उनके मुँह से नहीं निकलने चाहिए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया