दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थानीय लोगों को डराने-धमकाने और जैश-ए-मोहम्मद के धमकी भरे पोस्टर जारी करने के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनकी पहचान शौकत अहमद मीर निवासी कदलबल पांपोर, इनायतुल्ला खान और शब्बीर अहमद रेशी के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि तीनों को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास अवंतीपोरा के लधु गाँव से गिरफ्तार किया गया था। तीनों ने स्वीकार किया कि वह पुलवामा, खिरयू, पांपोर, लडू इलाके में जबरन बंद कराने के लिए लोगों को धमकाते हैं।
कश्मीर ज़ोन पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया, “लधु में पुलिस ने स्थानीय लोगों को डराने और धमकाने में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। वे जैश-ए-मोहम्मद के धमकी भरे पोस्टर को सार्वजनिक रूप से जारी करने में शामिल थे।” पुलिस ने उनके पास से आतंकी संगठन के पोस्टर व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद कर मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जाँच की जा रही है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए तीनों जैश-ए-मोहम्मद के ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) हैं। दरअसल, वादी में अपने जिहादी एजेंडे को नाकाम होते देख आतंकी संगठन अब अपने ओवरग्राउंड नेटवर्क के जरिए आम लोगों को डरा-धमकाकर जबरन बंद करा रहे हैं। ओवरग्राउंड वर्कर अपने तंत्र के जरिए कई जगह युवकों को पथराव के लिए भी उकसा रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने हाल ही में कहा कि पुलिस आतंकवादियों से नागरिकों को होने वाले खतरे के प्रति सचेत है और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के प्रभावी उपाय किए गए हैं। आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी घाटी में अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा था, “हम लोगों के साथ हैं और वे हमारे साथ हैं। हम एक-दूसरे के हैं और खतरे के प्रति बहुत सचेत हैं और हम किसी तरह के खतरे को उनके पास नहीं आने देंगे। जो लोग धमकी दे रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और आतंकवादी निष्प्रभावी हो जाएँगे।”
सिंह ने कहा कि पिछले एक महीने में घाटी में कई आतंकी मारे गए हैं। उनके मददगार रहे दो दर्जन से अधिक स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है।। शनिवार को अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में कई स्थानों पर छापे मारे थे। कठुआ से गिरफ्तार 3 आतंकियों से मिले सुराग के आधार पर जैश के ओवर ग्राउंड कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया।