इंदौर के टाटपट्टी बाखल में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमले का आरोपित व कोरोना पॉजिटिव जावेद रविवार (अप्रैल 19, 2020) को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से फरार होने के बाद आज (अप्रैल 20, 2020) नरसिंहपुर के मदनपुरा से गिरफ्तार किया गया। जानकारी के मुताबिक, जबलपुर में उसकी निगरानी के लिए वार्ड और अस्पताल में 15 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। बावजूद इतनी कड़ी निगरानी के वो पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। अस्पताल से भागने के बाद वो ट्रक से राजमार्ग तक गया और वहाँ से बाइक चोरी करके इंदौर की तरफ भाग रहा था। तभी चेकिंग कर रही पुलिस ने उसे पकड़ा और गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जावेद जिस वार्ड से फरार हुआ है, उसके बाहर ताला लगा रहता था। लेकिन, सुबह 4 बजे के बाद वार्ड के दरवाजे पर लगा ताला टूटा पाया गया है। इस लापरवाही के मद्देनजर 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया और आशंका जताई गई कि जावेद को भागने में बाहर से मदद पहुँचाई गई।
https://twitter.com/pokershash/status/1252093933510889475?ref_src=twsrc%5Etfwकहा जा रहा है कि पुलिस अधिकारी पूछताछ में ये नहीं बता पाए कि घटना के समय जावेद हथकड़ी में था या नहीं। लेकिन खबर है कि सुरक्षा के लिहाज से पुलिसकर्मियों को आइसोलेशन वार्ड से दूर रहने के निर्देश मिले थे, जिसका फायदा उठाकर जावेद भाग गया। जिसकी खबर मिलते ही हड़कंप अस्पताल में हड़कंप मच गया और उसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया।
खबरों के अनुसार, पहले एसपी अमित सिंह ने जावेद की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित किया। फिर आईजी भगवत सिंह चौहान ने 25 हजार का इनाम घोषित किया। लेकिन आरोपित के देर रात तक नहीं मिलने पर डीजीपी ने आरोपित की सूचना देने वाले को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के इंदौर में शासकीय कर्मचारियों पर पत्थरबाजी और हमले के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका/NSA) के तहत जबलपुर जेल भेजे गए चार आरोपितों में से एक जावेद भी था। जिसकी गिरफ्तारी के बाद वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया और उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। इसके बाद उसकी निगरानी के लिए 15 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
रविवार को वो पुलिसकर्मियों की आँखों में धूल झोंककर वार्ड से भाग निकला। सूचना मिलने पर सुरक्षा ड्यूटी में लगे आरक्षक सूरज शर्मा, आरक्षक राहुल देवड़ा, आरक्षक मुकेश कुमार, आरक्षक अखिलेश को एसपी अमित सिंह ने निलंबित कर प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए। वहीं फरार आरोपित पर भी मामला दर्ज किया गया।