‘मेरी बहन को मुस्लिम लड़के ने प्रेमजाल में फँसा लिया है’ – वो फर्जी कहानी, जिससे गई कमलेश तिवारी की जान

कमलेश तिवारी हत्याकांड में लव जिहाद की फर्जी कहानी का कनेक्शन

कमलेश तिवारी की हत्या से पहले अशफाक और मोइनुद्दीन ने उन्हें हिन्दू लड़की की मुस्लिम लड़के से शादी की झूठी कहानी सुनाई थी। कमलेश तिवारी नृशंस हत्याकांड में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक जब रोहित सोलंकी बना अशफाक और संजय बना मोइनुद्दीन कमलेश तिवारी के घर पहुँचा तो कमलेश तिवारी ने अशफाक से मोइनुद्दीन के बारे में पूछा। इस पर अशफाक ने कमलेश तिवारी को उत्तेजित करने के लिए पहले से ही गढ़ी हुई झूठी और मनगढ़ंत कहानी सुनाई।

उसने कहा कि मोइनुद्दीन की बहन को एक मुस्लिम लड़के ने प्रेम जाल में फँसा लिया है। उसे उसके जाल से कैसे निकाला जाए? अशफाक के मुँह से मुस्लिम लड़के द्वारा हिन्दू लड़की को फँसा लिए जाने की कहानी सुनकर कमलेश तिवारी काफी आवेश में आ गए और कहा कि अपनी बहन को मुस्लिम लड़के से दूर रखो और एक हिन्दू लड़का देखकर उसकी शादी करा दो। कमलेश तिवारी ने उसे आश्वासन देते हुए कहा कि अगर वह मुस्लिम युवक या उसके परिजन उसकी बहन को परेशान करेंगे तो वो उसे अपने स्तर पर देख लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर उसकी बहन या उसके पति को कोई खतरा हो तो उसे लखनऊ भेज दे। वो उसकी बहन के पति को यहाँ रोजगार उपलब्ध करा देंगे।

अमर उजाला के लखनऊ संस्करण में प्रकाशित खबर

इसके साथ ही एक और बात सामने आई है कि कमलेश तिवारी खुद दोनों आरोपितों से मिलने के लिए होटल जाने वाले थे, मगर आरोपितों ने उन्हें यह कर कर मना कर दिया कि वो परेशान न हों। इसके बाद उन्होंने दोनों को अपने कार्यालय पर ही बुला लिया। बता दें कि आरोपित 17 अक्टूबर की रात को ही कमलेश तिवारी से मिलना चाहते थे, लेकिन उन्होंने रात में मिलने से मना कर दिया था। हत्यारों ने 18 अक्टूबर की सुबह फिर उन्हें मिलने के लिए फोन किया तो कमलेश तिवारी ने खुद होटल आकर मिलने की बात कही। मगर हत्यारों के इरादे तो कुछ और थे, इसलिए उन लोगों ने कहा कि वो क्यों परेशान होंगे। इसके बाद तिवारी ने 18 अक्टूबर को 12 बजे से 1 बजे के बीच उन दोनों को अपने कार्यालय में बुला लिया।

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अशफाक के पिता ने एक और खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने अशफाक को कुरान की कमस खिलाकर कमलेश तिवारी को भूल जाने के लिए कहा था। अशफाक ने पिता के सामने तो हत्या न करने की बात कह दी थी, मगर उस पर इसका कोई असर नहीं पड़ा था। वो पिछले चार साल से कमलेश तिवारी को जान से मारने की साजिश रच रहा था। इसके बारे में अशफाक की पत्नी और पिता को मालूम था। इसलिए उसके पिता ने अशफाक से कुरान की कसम देकर कहा था कि वो कमलेश तिवारी को भूल जाए, मगर इसका उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा। उसने अपनी योजना के मुताबिक ही इस साजिश को अंजाम दिया।

गौरतलब है कि हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की अशफाक और मोइनुद्दीन ने दिन-दहाड़े गोली मार कर और गला रेत कर हत्या कर दी थी। हाल ही में आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ कि हत्यारों ने पहले उन्हें गोली मारी और फिर धारदार चाकू से सीने पर ही 7 बार वार किए गए। चाकू के वार से गर्दन पर 12 सेंटीमीटर लंबा और 3 सेंटीमीटर गहरा घाव हुआ। गला रेतने के कारण ही कमलेश की मौत हो गई। आरोपित अशफाक की तरह मोइनुद्दीन ने भी सोशल मीडिया पर संजय नाम से फर्जी अकाउंट बनाया हुआ था। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया