कर्नाटक: कॉन्ग्रेस कार्यालय के कोने-कोने में चिपकाए सावरकर के पोस्टर, पूर्व CM ने कहा था- कहीं भी लगाओ, पर मुस्लिम इलाके में नहीं

सिद्धारमैया के बयान के बाद कॉन्ग्रेस कार्यालय में पोस्टर (तस्वीर साभार: टाइम्स नाऊ का वीडियो)

कर्नाटक के शिवमोगा से स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के बाद शुरू हुआ पोस्टर विवाद अभी थमा नहीं है। खबर है कि राज्य में जगह-जगह से सावरकर के पोस्टर फाड़े जाने की घटना के बाद अब कुछ लोगों ने विजयपुरा स्थित कॉन्ग्रेस कार्यालय में ही सावरकर के पोस्टर चिपका दिए। ये काम बीती रात हुआ।

सामने आई वीडियो में ऑफिस के कोने-कोने में सावरकर के पोस्टर लगे दिख रहे हैं। कोई जगह ऐसी नहीं है जहाँ ये पोस्टर न हों। नोटिस बोर्ड से लेकर खंबों तक और दीवारों से लेकर मुख्य द्वार तक जगह-जगह पोस्टर चिपके दिख रहे हैं।

सिद्धारमैया के बयान पर बवाल

बता दें कि इस तरह कॉन्ग्रेस कार्यालय पर सावरकर के पोस्टर कॉन्ग्रेस नेता सिद्धारमैया के विवादित बयान के जवाब में चिपकाए गए। कुछ दिन पहले टीपू सुल्तान और वीर सावरकर के पोस्टर पर विवाद बढ़ा तो कॉन्ग्रेस नेता ने टीपू सुल्तान का समर्थन करते हुए सावरकर का विरोध किया था।

सिद्धारमैया ने कहा था,

“उन्होंने (भाजपा ने) मुस्लिम इलाके में सावरकर की तस्वीर लगाने की कोशिश क्यों की? वो कोई भी पोस्टर, कहीं भी लगाएँ लेकिन मुस्लिम इलाके में ही क्यों?…और भाजपा को टीपू सुल्तान के पोस्टर से इनकार क्यों है?”

गौरतलब है कि कॉन्ग्रेसी नेता सिद्धारमैया अपने इस बयान के बाद लगातार निशाने पर हैं। उनके ऊपर कुछ दिन पहले अंडे फेंके गए थे और उनके विरोध में काले झंडे लहराते हुए ‘गो बैक सिद्धारमैया’ के नारे लगे थे। इन सबका इल्जाम उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर मढ़ा था।

इसके अलावा हाल में अपनी कोडागु यात्रा के दौरान जब वह एक मंदिर गए थे, तब भी ये बात सामने आई कि वो माँस खाकर मंदिर में भगवान के दर्शन को गए। इस पर भी काफी बवाल हुआ। मगर, कॉन्ग्रेस नेता ने गलती मानने की बजाय उसे ये कहकर सही ठहराया कि क्या भगवान बोलते हैं कि एक दिन पहले खाकर मंदिर जा सकते हैं या रात में खाकर सुबह जा सकते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया