‘एक बड़े नेता ने डूबते सूरज की शपथ खाई थी कि वे सूखा क्षेत्र में पानी लाएँगे’: PM मोदी ने महाराष्ट्र में कॉन्ग्रेस और शरद पवार पर साधा निशाना

पीएम मोदी (साभार: X/BJP)

लोकसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया जारी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए पहुँचे और एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस और शरद पवार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने विदर्भ और मराठवाड़ा में सूखे की स्थिति के लिए कॉन्ग्रेस को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है।

महाराष्ट्र के माढ़ा में पीएम मोदी ने कहा, “15 साल पहले एक बहुत बड़े नेता यहाँ चुनाव लड़ने के लिए आए थे। कहते हैं कि तब उन्होंने डूबते सूरज की शपथ लेकर कहा था कि वे यहाँ के सूखा प्रभावित इलाकों में पानी पहुँचाएँगे। उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया और अब उन्हें सजा देने का समय आ गया है। एक वो दिन था और एक ये दिन है। वो यहाँ से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “चाहे विदर्भ हो या मराठवाड़ा… लोगों को बूँद-बूँद के लिए तरसाने का यह पाप वर्षों से होता रहा है। कॉन्ग्रेस को लोगों ने 60 साल तक राज करने का हक दिया… काम करने का मौका दिया। इन 60 सालों में दुनिया के कई देश पूरी तरह बदल से गए, लेकिन कॉन्ग्रेस किसानों के खेत तक पानी भी नहीं पहुँचा पाई।”

कॉन्ग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “साल 2014 में 99… करीब 100 सिंचाई योजनाएँ ऐसी थीं, जो दशकों-दशकों से अटकी हुई थीं। इनमें से भी सबसे ज्यादा 26 परियोजनाएँ महाराष्ट्र की थीं। सोचिए, कितना बड़ा धोखा इन लोगों ने महाराष्ट्र को दिया है।

भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों का खुलासा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हर खेत तक पानी पहुँचाना, हर घर तक पानी पहुँचाना… यह मेरे जीवन का बहुत बड़ा मिशन है। 2014 में सरकार बनने के बाद मैंने अपनी पूरी शक्ति इन सिंचाई परियोजनाओं के ऊपर लगा दी। कॉन्ग्रेस की लटकाई करीब 100 परियोजनाओं में 63 परियोजनाएँ आज पूरी तरह कंप्लीट हो गई हैं।”

उन्होंने कहा, “जिस निलवांडे डैम का इंतजार 50 सालों से हो रहा था, उसे हमने पूरा करवाया। कौसीकुर परियोजना का ज्यादातर काम एकनाथ जी, अजित जी और देवेंद्र जी की टीम तेजी से पूरा कर रही है। हमारी सरकार पाँच साल में ही 11 करोड़ से ज्यादा घरों तक नल से जल पहुँचा चुकी है। दस साल में माइक्रो इरीगेशन का दायरा भी दोगुने से अधिक बढ़ा है।”

शरद पवार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “10 साल पहले, जब रिमोट कंट्रोल वाली सरकार चलती थी, तब महाराष्ट्र के कद्दावर नेता कृषि मंत्री थे। जब यहां के कद्दावर नेता दिल्ली में राज करते थे, तब गन्ने का FRP करीब 200 रुपये था और आज मोदी के सेवाकाल में गन्ने का FRP करीब 350 रुपये है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया