बेटी को कोटा पढ़ने भेजा, आई हाथ-पाँव बँधी तस्वीरें… जिस लड़की के लिए केंद्रीय मंत्री से लेकर CM तक आ गए हरकत में, उसने खुद रचा अपने अपहरण का ड्रामा

काव्या धाकड़ के पिता को व्हाट्सएप्प पर तस्वीरें आई थीं, जिनमें उनकी बेटी के हाथ-पाँव बँधे हुए हैं

मध्य प्रदेश के शिवपुरी की एक छात्रा का राजस्थान के कोटा से अपहरण की खबर सुर्ख़ियों में छाई हुई थी। केंद्रीय नागर एवं विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस सम्बन्ध में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी बातचीत की थी। अब जो खुलासा हुआ है, वो हैरान करने वाला है। असल में ये पूरा का पूरा मामला फर्जी निकला है। बेटी ने विदेश घूमने के लिए ये साजिश रची थी। उसने अपने ही अपहरण का ड्रामा रच कर पिता से रुपए वसूलने की योजना बनाई।

एक व्हाट्सएप्प मैसेज के जरिए पिता को काव्या धाकड़ की तस्वीर भेजी गई थी, जिसमें वो लेटी हुई है और उसके हाथ-पाँव बाँधे हुए हैं। लड़की को माता-पिता ने NEET की तैयारी के लिए कोटा भेजा था। जब पुलिस माता-पिता को लेकर बताए गए कोचिंग संस्थान और हॉस्टल में पहुँची तो पता चला काव्या धाकड़ नाम की कोई छात्रा वहाँ पंजीकृत है ही नहीं। पिता को भेजे गए धमकी भरे मैसेज में कहा गया था कि 30 लाख रुपए न देने पर लड़की की अगली फोटो बिना सिर के आएगी।

कोटा की पुलिस अधीक्षक (SP) अमृता दुहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के बताया कि रघुवीर धाकड़ ने सोमवार (18 मार्च, 2024) को बेटी के अपहरण की FIR दर्ज करवाई थी। पुलिस ने काव्या धाकड़ की अंतिम लोकेशन इंदौर में पकड़ी है। उसका एडमिशन करा कर माँ जैसे ही वापस लौटी, लड़की भी इंदौर लौट आई। इंदौर में वो अपने दोस्तों के साथ रुकी हुई थी। इस दौरान वो अपने माता-पिता से बात करती रही और उन्हें क्लासेज, एटेंडेंस और टेस्ट वगैरह के बारे में बताती रही।

लड़की के पिता को व्हाट्सएप्प के जरिए मिली थी धमकी

काव्या धाकड़ के ही एक दोस्त ने पुलिस के सामने ये सारे राज़ खोलते हुए बताया कि वो वित्तीय हालत से परेशान थी और अपने एक दोस्त के साथ विदेश भाग जाना चाहती थी। उसने भँवरकुआँ स्थित सिमरन हॉस्टल में ही रस्सी से खुद को बँधवा कर फोटोशूट करवाया। काव्या धाकड़ अभी बरामद नहीं हुई है। पुलिस ने अपील की है कि किसी को भी खबर मिले तो वो उसके माता-पिता या पुलिस को सूचित करे। उससे भी अपील की गई है कि वो लौट आए।

उधर जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें काव्या धाकड़ 2 युवकों के साथ दिखाई दे रही है। जयपुर के अहिंसा सर्किल पर भी उसकी फुटेज मिली है, 2 युवक वहाँ भी उसके साथ हैं। दोनों युवकों ने चेहरे पर मास्क लगा रखा है। पुलिस की एक टीम दिल्ली में भी है। 20 वर्षीय छात्रा का सितंबर 2023 में कोटा में एडमिशन कराया गया था। दीवाली पर वो घर भी आई थी। पिता ने बताया था कि 2 साल पहले जब लड़की इंदौर रहती थी तो रिंकू धाकड़ नामक एक युवक उसे परेशान करता था।

खबरों में ये भी बताया गया है कि लड़की और उसके प्रेमी ने मिल कर ये पूरी साजिश रची थी। दोनों पैसे लेकर विदेश में बसना चाहते थे। पुलिस ने छात्रा को सुरक्षा देने का आश्वासन देते हुए अपील की है कि वो जहाँ भी है वापस आ जाए। वहीं पिता ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर ये सच है तो फिर उनकी बेटी कहाँ है? दोनों युवकों की पहचान ब्रजेन्द्र और हर्षित के रूप में हुई है। जहाँ फोटोशूट हुआ ब्रजेन्द्र उसी हॉस्टल में रहता है।

ब्रजेन्द्र से कोटा पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने हॉस्टल से रस्सी भी बरामद की है। मंगलवार को इंदौर स्थित दीक्षा हॉस्टल के बाहर रात के साढ़े 9 बजे काव्या धाकड़ को दोनों युवकों के साथ देखा गया। छात्रा का कोटा में पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था, ऐसा पुलिस का कहना है। जिस फोन नंबर से धमकी दी गई, वो MP की ही है। छात्रा की लोकेशन इंदौर की आई। जिन खाते में पैसे माँगे गए वो भी छात्रा के ही थे। इन संदिग्ध कड़ियों से पुलिस को साजिश का पता चला।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया