2.33 kg सोने की तस्करी, एक एक्सिडेंट और 5 मौत: कस्टम विभाग की जाँच में केरल CPI(M) ‘नेता’ रडार पर

CPI(M) से जुड़े अर्जुन अयंकी की तलाश में है कस्टम

दुबई से केरल के कोझीकोड में तस्करी कर लाए गए 2.33 किलोग्राम सोना लूटने का प्रयास करने वाले गिरोह के पाँच सदस्यों की मौत की जाँच में सत्तारूढ़ माकपा से जुड़े एक व्यक्ति का पता चला है। 2.33 किलोग्राम सोना यानी कि 2330 ग्राम सोने की तस्करी का प्रयास किया गया। आज की तारीख में 24 कैरेट सोना के 10 ग्राम की कीमत 47,130 रुपए है – यानी लगभग एक करोड़ 10 लाख का सोना!

कस्टम अधिकारी अर्जुन अयंकी की तलाश में है, जो पुलिस के अनुसार तस्करी का सोना लेने के लिए कोझीकोड हवाई अड्डे पर पहुँचा था। अर्जुन माकपा प्रचारक के रूप में सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है और इससे पहले अपने पैतृक स्थान कन्नूर में माकपा की युवा शाखा डीवाईएफआई के इकाई सचिव का पद सँभाल चुका है।

अर्जुन फिलहाल छुपा हुआ है लेकिन एक फेसबुक पोस्ट में कहा गया है कि पार्टी उसके खिलाफ व्यक्तिगत आरोपों के जवाब देने के लिए उत्तरदायी नहीं है। अर्जुन ने लिखा, “मैं पिछले तीन वर्षों से सीपीआई (एम) या डीवाईएफआई का सदस्य नहीं रहा हूँ। मैं बिना किसी इनाम की उम्मीद के पार्टी के लिए एक वैचारिक अभियान में लगा हुआ हूँ। मैं अपनी बेगुनाही साबित करूँगा।”

जानकारी के मुताबिक सोना दुबई से कोझीकोड जिले के कोडुवल्ली स्थित एक गिरोह के लिए एक यात्री द्वारा तस्करी कर लाया गया था और बताया जा रहा है कि अर्जुन कथित तौर पर इसे लेने के लिए हवाई अड्डे के बाहर इंतजार कर रहा था। हालाँकि पलक्कड़ जिले के चेरपुलस्सेरी से एक और गिरोह सोना लूटने एयरपोर्ट पहुँचा।

पुलिस के अनुसार, जब कस्टम ने सोना जब्त किया तो गिरोह और अर्जुन दोनों की योजना विफल हो गई। जैसे ही अर्जुन खाली हाथ वापस गया, चेरपुलसेरी गिरोह ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया, लेकिन यह महसूस करने के बाद कि सीमा शुल्क द्वारा सोना जब्त कर लिया गया था, वापस हवाई अड्डे की ओर मुड़ गया।

इसी वापसी यात्रा के दौरान चेरपुलसेरी गिरोह की तीन एसयूवी में से एक का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें पाँच की मौत हो गई। कन्नूर जिले में, राजनीतिक दलों ने अतीत में राजनीतिक हमलों के लिए कथित तौर पर गिरोहों को काम पर रखा था। हालाँकि, पार्टियाँ अब उन गैंग से दूरी बना रही हैं। 

सीपीआई (एम) कन्नूर के जिला सचिव एमवी जयराजन ने कहा कि गैंग की पार्टी में कोई भूमिका नहीं होगी। उन्होंने कहा, “पार्टी ने सोशल मीडिया प्रचार के कार्य को किसी गिरोह को नहीं सौंपा है। सोने की तस्करी से जुड़े कुछ नाम सामने आए हैं। उन्होंने समाज में स्वीकृति पाने के लिए सोशल मीडिया अभियान चलाया है। लोगों को गिरोह के सदस्यों की सोशल मीडिया गतिविधियों के पीछे के विश्वासघात का एहसास होना चाहिए।”

इस मामले से जुड़े सीमा शुल्क सूत्रों ने कहा कि यह पहली बार है जब अर्जुन उनके रडार पर आया है। एक अधिकारी ने कहा, “हमने एक नोटिस दिया है कि उसे अगले सोमवार को सीमा शुल्क के सामने पेश होना चाहिए। गिरफ्तार यात्री, जिसके पास से सोना जब्त किया गया था, ने कहा था कि उसका अर्जुन से कोई पूर्व परिचय नहीं था।”

सोशल मीडिया अकाउंट्स के मुताबिक अर्जुन पूर्व माकपा कार्यकर्ता आकाश थिलनकेरी का करीबी है, जिसे कन्नूर में युवा कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता शुहैब की 2018 में हत्या के लिए गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद आकाश को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया