इंस्टाग्राम पर स्विमिंग सूट में तस्वीरें… पूर्व प्रोफेसर के समर्थन में आए सेंट जेवियर्स के छात्र, वीसी फेलिक्स राज के खिलाफ की कार्रवाई की माँग

इंस्टाग्राम पर स्विमिंग सूट में तस्वीरें... पूर्व प्रोफेसर के समर्थन में आए सेंट जेवियर्स के छात्र (फोटो साभार: इंडिया टुडे)

कोलकाता की सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी (St Xavier’s University Kolkata) विवादों में घिर गई है। यूनिवर्सिटी ने पूर्व सहायक प्रोफेसर को कथित तौर पर इंस्टाग्राम (Instagram) पर बिकनी में शेयर की गई तस्वीरों को लेकर इस्तीफा देने पर मजबूर किया था। विश्वविद्यालय के आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय के खिलाफ आक्रोश फैल गया है। NEWS 18 के मुताबिक, पूर्व छात्र इसके कुलपति के खिलाफ याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।

‘फेलिक्स राज (वीसी- सेंट जेवियर्स कोलकाता) के खिलाफ तत्काल प्रभाव से अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करें’ शीर्षक से change.org याचिका पर 372 हस्ताक्षर किए गए हैं। इसे सेंट जेवियर्स विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र गौरव बनर्जी ने शुरू किया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु (Bratya Basu) से माँग की है कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों को पूर्व प्रोफेसर से बिना शर्त माफी माँगनी चाहिए और वीसी फेलिक्स राज (VC Felix Raj) और समिति के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।

याचिका में यह भी कहा गया है कि पूर्व प्रोफेसर ने अपने इंस्टाग्राम पर स्विमिंग सूट पहने हुए कुछ तस्वीरें पोस्ट की थीं। यह उनकी पर्सनल फोटो थी। किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत हैंडल का विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा से कोई संबंध नहीं है और न ही यह अभिभावक को प्रभावित करता है। प्रोफेसर पर इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं। पूर्व छात्र ने विश्वविद्यालय के इस कदम की निंदा करते हुए कहा, “प्रत्येक व्यक्ति को खुद को व्यक्त करने का अधिकार है। इससे विश्वविद्यालय की छवि को कोई नुकसान नहीं पहुँचता है।” वह याचिका में कहता है कि ये शिक्षा के मूल सिद्धांत हैं जो हर विश्वविद्यालय में पढ़ाया जाना चाहिए। हाल ही हुई घटना विश्वविद्यालय की नैतिक पुलिसिंग को दर्शाता है।

बता दें कि बिकनी वाली फोटो के कारण महिला प्रोफेसर को कथित तौर पर कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से इस्तीफा देना पड़ा था। हाल में उन्हें 99 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस विश्वविद्यालय ने भेजा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महिला प्रोफेसर इस नोटिस को अदालत में चुनौती दे सकती हैं। सेंट जेवियर्स के कुलपति और अन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक में प्रोफेसर से इस मामले पर स्पष्टीकरण माँगा गया था।

इसको लेकर उन्होंने कहा था कि किसी भी परिस्थिति में कोई भी छात्र उन तस्वीरों तक नहीं पहुँच सकता है, जो उन्होंने विश्वविद्यालय ज्वाइन करने से दो महीने पहले इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थीं, क्योंकि तब तक उनकी तस्वीरें अपने आप ट्रैश सेक्शन में चली जाती थीं। उन्होंने तर्क दिया कि उनका इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट है। इसलिए उनकी तस्वीरें उनके फॉओअर्स के अलावा कोई नहीं देख सकता। साथ ही पूर्व प्रोफेसर ने दावा किया था कि हो सकता है उनका इंस्टाग्राम अकाउंट हैक कर लिया गया हो और वहीं से उनकी निजी तस्वीरें लीक कर दी गई हों।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया