‘मुझे परेशान किया जा रहा’: मठ में फाँसी से फंदे से लटकता मिला लिंगायत संत का शव, पिछले महीने भी मिला था एक लिंगायत पुजारी का शव

कर्नाटक में लिंगायत संत ने फाँसी लगा कर आत्महत्या की (फाइल फोटो)

कर्नाटक के रामनगर में एक लिंगायत संत अपने आश्रम में मृत मिले हैं। मृतक का नाम बसवलिंगा स्वामी है, जिनकी उम्र अभी 44 वर्ष थी। उनका शव फाँसी के फंदे से लटकता मिला है। शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें ब्लैकमेलिंग की बात कही जा रही है। पुलिस इसे अस्वाभाविक मौत मान कर आत्महत्या के तौर पर देख रही है। यह घटना सोमवार (24 अक्टूबर, 2022) की बताई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला श्री कंचुगल बंदेमठ का है। यहाँ के प्रधान पुजारी बसवलिंगा स्वामी रविवार रात अपने कमरे में सोने गए। जब अगले दिन उन्होंने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला तो उनके भक्तों को चिंता हुई। स्वामी को फोन भी मिलाया गया, पर उन्होंने उठाया नहीं। आखिरकार सबने मिल कर दरवाजा तोड़ने का फैसला किया। जब बसवलिंगा स्वामी के कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तब अंदर उनका शव फाँसी के फंदे पर लटक रहा था।

मठ द्वारा ही चलाए जा रहे स्कूल के टीचर रमेश ने आनन-फानन में स्थानीय कुदुर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर शव को अपने कब्ज़े में लिया। कमरे की तलाशी के दौरान 2 पन्ने का सुसाइड नोट मिला है। इस नोट में मृतक ने खुद को कुछ लोगों द्वारा मानहानि की धमकी दे कर परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। पुलिस उन कारणों का भी पता लगा रही है जिनका बहाना ले कर संत को बदनाम करने की धमकी दी जा रही थी।

बसवलिंगा स्वामी जिस मठ के प्रधान पुजारी थे, वो लगभग 400 साल पुराना है। मृतक बसवलिंगा लगभग 25 वर्षों से इस मठ में पुजारी के तौर पर थे। बताया ये भी जा रहा है कि कुछ लोग स्वामी को उनके पद से हटाना भी चाह रहे थे। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्हें धमकी देने वालों के नामों का खुलासा पुलिस ने अभी नहीं किया है। गौरतलब है कि पिछले 2 माह में 2 लिंगायत संतों की संदेहास्पद मृत्यु हुई है।

इससे पहले सितम्बर माह में बेलगावी जिले के बैलाहोंगला तालुक के नेगीनाहला गाँव में श्री गुरु मदीवालेश्वर मठ के पुजारी बसवासिद्दालिंगा स्वामी मृत मिले थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया