कनिका कपूर के खिलाफ दर्ज FIR में गड़बड़ी, एयरपोर्ट पर ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने का दावा

कनिका कपूर (फाइल फोटो)

लंदन से आकर लखनऊ में कई समारोहों में हिस्सा लेने वालीं बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार (मार्च 20, 2020) की देर रात उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की। लेकिन कनिका कपूर के खिलाफ सरोजिनी नगर थाने में दर्ज एफआईआर में भारी गड़बड़ी सामने आई है। केस दर्ज कराने वाले मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने एफआईआर में लिखा है कि कनिका को एयरपोर्ट पर ही संक्रमित पाया गया था। उन्हें होम क्वॉरेंटाइन के निर्देश दिए गए थे, जबकि एयरपोर्ट पर कोरोना के वायरस की जाँच का कोई इंतजाम ही नहीं है।

दरअसरल सीएमओ ने यह कहकर सरोजिनी नगर थाने में केस दर्ज कराया कि कनिका ने होम क्वॉरेंटाइन के निर्देशों का उल्लंघन किया। सीएमओ के चौंकाने वाले दावे से खुद शासन-प्रशासन सवालों के घेरे में है। पुलिस ने जिस तहरीर पर केस दर्ज किया है, उसमें सीएमओ ने कहा है कि कनिका कपूर कुछ दिनों पहले लंदन से वापस आईं और फिर 14 मार्च को लखनऊ आईं थीं। 14 मार्च को एयरपोर्ट पर कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रहने के निर्देश दिए गए थे। जबकि जानकारी के मुताबिक कनिका 11 मार्च को लखनऊ गईं थीं और 11 मार्च से 16 मार्च के बीच वह लखनऊ के ताज होटल, शालीमार ग्रैंड अपार्टमेंट और गुलिस्ता कॉलोनी में आयोजित पार्टियों में शामिल हुई थीं। इसके अलावा एक फैमिली फंक्शन में शामिल होने कानपुर के कल्पना अपार्टमेंट में भी पहुँची थीं। 2 दिनों तक वह कानपुर में अपने मामा के घर पर भी रही थीं।

अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर कनिका कपूर एयरपोर्ट पर कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं तो उनके उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी निर्देश क्यों नहीं दिए गए थे। सीएमओ को कनिका के संक्रमण से ग्रसित होने की जानकारी थी तो भी उन्होंने उक्त मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया। कनिका के कोरोना से संक्रमित होने की सूचना डीएम और पुलिस आयुक्त क्यों नहीं दी गई। कनिका के संक्रमित होने की जानकारी अगर जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को होती तो वे उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा सकते थे। तब इतना बड़ा संकट न पैदा होता।

इस बाबत सरोजिनी नगर के एचएसओ आनंद शाही ने नवभारत टाइम्स से बात करते हुए कहा कि सीएमओ की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हमारी जाँच में भी सामने आया है कि उनके लखनऊ आने की डेट गलत है। जाँच के आधार पर पुलिस तथ्यात्मक कमियों में सुधार करेगी। बता दें कि इससे पहले केजीएमयू माइक्रोबायोलॉजी विभाग में तैयार की गई कनिका की जाँच रिपोर्ट में भारी लापरवाही सामने आई थी। 20 तारीख को सामने आई जाँच रिपोर्ट में कनिका की उम्र 28 साल बताई गई थी, जबकि उनकी उम्र 40 साल है। वहीं कनिका को रिपोर्ट में ‘पुरुष’ भी बताया गया था। सवाल यह भी उठ रहा है कि जब देश में कोरोना वायरस को लेकर इतने एहतियात बरते जा रहे हैं और इसके प्रसार को रोकने की हर संभव कोशिश की जा रही है तो फिर ताज होटल में थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था क्यों नहीं की गई थी? फिलहाल ताज होटल को बंद करने का आदेश दे दिया गया है।

बता दें कि कनिका के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269 और 270 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। कनिका लखनऊ में कई पार्टियों में हिस्सा लेने पहुँची थीं, जिसके बाद तकरीबन 300-400 लोगों पर इस संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। हालाँकि कनिका कपूर ने दावा किया था कि वह सिर्फ 10-30 लोगों से मिली हैं। वहीं, कनिका का कहना था कि एयरपोर्ट पर उनकी स्क्रीनिंग हुई थी, लेकिन आइसोलेशन की सलाह नहीं दी गई थी।

सिंगर कनिका कपूर के कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की सूचना के बाद से लखनऊ, कानपुर में उनसे मिले लोगों में घबराहट फैल गई है। लखनऊ में आयोजित तीन पार्टियों में शामिल कई नामचीन लोग, जिनमें कई बड़े नेता अपने घरों में क्वॉरेंटाइन हो गए हैं। लखनऊ की एक पार्टी में कनिका के साथ राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह भी शामिल हुए। इसके बाद दुष्यंत सिंह ने संसद की कार्यवाही के दौरान कई लोगों से मुलाकात की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया