नाजिम के घर किराए पर रहता था आदिवासी युवक, बकरा लाने के बहाने ले गया और फिर हाथ-पैर बाँध पटका… गुप्तांग में डाल दिया पेट्रोल

इंदौर में आदिवासी युवक पंकज (बीच में) को पीट कर गुप्तांग में डाला पेट्रोल (चित्र साभार- दैनिक भास्कर)

मध्य प्रदेश का इंदौर। इंदौर के तेजाजी नगर में नाजिम का वह मकान है, जिसमें आदिवासी युवक पंकज किराए पर रहता था। आरोप है कि नाजिम ने प​हले अपने साथियों के साथ मिलकर पंकज को बुरी तरह पीटा। फिर उसके गुप्तांग में पेट्रोल डाल दिया। इस घटना का वीडियो बनाया। कथित तौर धमकाया भी कि यदि उसने शिकायत की तो वे वीडियो वायरल कर देंगे।

पंकज ने अब नाजिम का घर खाली कर दिया है। उसका कहना है कि उसे माँ-बहन की गाली भी दी गई। आरोपितों ने आदिवासियों को चोर बताया। पंकज के साथ ये सब इसलिए हुआ, क्योंकि उसने एक लैपटॉप खरीद लिया। नाजिम को लगा कि उसने यह लैपटॉप उसके बेटे से 50,000 रुपए लेकर खरीदा है। लिहाजा पिटाई कर 50 हजार रुपए लेने की बात जबरन कबूल भी करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर नाजिम और उसके साथियों आदिल, सद्दाम तथा सलमान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

वायरल हो रहे इस वीडियो में पंकज खुद को लगी चोटों को दिखा और अपने साथ हुई क्रूरता को बता रहे हैं।

पंकज ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है, “मैं लगभग डेढ़ साल से अपनी 2 बहनों के साथ नाज़िम के मकान में किराए पर रह कर पढ़ाई करता हूँ। 9 जुलाई को मेरा मकान मालिक नाज़िम और उसका पड़ोसी आदिल मुझे एक्टिवा पर बिठा कर बकरा लेने के बहाने नायता मुड़ला इलाके में किसी के घर ले गए। वहाँ पहले से 2 लोग और मौजूद थे। इन सभी ने मुझे एक कमरे में बंद कर दिया। मेरा गला पकड़ कर हाथों-पैरों को बाँध कर उलटा पटक दिया।”

शिकायत की कॉपी

पंकज ने शिकायत में आगे बताया है, “इसके बाद इन सभी ने मेरा मोबाइल और ATM छीन लिया। इस दौरान मेरे मकान मालिक ने मुझ पर अपने बेटे निशान का लैपटॉप धमका कर 50 हजार रुपए में खरीदने का आरोप लगाया, जबकि मैंने उसे अपने पिताजी का चेक दे कर खरीदा था। इसके बाद उन चारों ने मुझे माँ और बहन की गालियाँ देते हुए प्लास्टिक पाइप व लात-घूँसों से मारा और मेरे प्राइवेट पार्ट में एक बोतल से पेट्रोल डाल दिया। मुझे नंगा कर लात-घूँसे मारते हुए मेरा वीडियो बनाया गया। उस वीडियो में मैंने अपनी जान बचाने के लिए निज़ाम के बेटे से लैपटॉप लेने और उसे वापस करने का झूठ बोला।”

FIR कॉपी

शिकायत में पंकज ने आगे लिखा है, “इस मारपीट के दौरान चारों ने सभी आदिवासियों को चोट्टा (चोर) कहा और खुद पर लगी चोट को एक्सीडेंट में आना बताने की धमकी दी। बात न मानने पर मेरी पिटाई की वीडियो वायरल कर देने की बात कही वहाँ से आने के बाद मैंने अपनी बहन और दोस्तों को इस घटना के बारे में बताया।” पंकज की शिकायत पर इंदौर पुलिस ने IPC की धारा 342, 294, 323, 506, 34 के साथ SC/ST एक्ट 3(2)(v) के तहत केस दर्ज कर लिया। चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

इस घटना के बाद पंकज और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने नाज़िम का घर खाली कर दिया है। पंकज के साथियों ने पुलिस की मौजूदगी में एक वाहन में ये पूरा सामान लदवाया। आरोपितों पर धारा 307 IPC और रासुका लगाने की माँग की जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया