बदन पर साड़ी, मुँह पर मेकअप और लड़के से लड़की बनने वाली REEL: नेगेटिव कमेंट्स देख 16 साल के प्रांशु ने की आत्महत्या, माँ बोली- मेरा बेटा होनहार था

उज्जैन के16 साल के क्वीर मेकअप आर्टिस्ट ने इंस्टा रील पर हेट कॉमेंट्स से आहत हो की खुदकुशी (फोटो साभार: इंस्टा अकाउंट@trintrin/@glamitupwithpranshu)

मध्य प्रदेश के उज्जैन में खुद को मेकअप ऑर्टिस्ट कहने वाले 16 साल के प्रांशु ने 21 नवंबर 2023 को खुदकुशी कर ली। नाबालिग की सुसाइड को लेकर एक्टर, डॉक्टर और ट्रांसवुमन त्रिनेत्र हलदर गुम्माराजू ने अपने इंस्टा अकाउंट @trintrin पर दावा किया है कि प्रांशु यादव नाम के आर्टिस्ट ने ये कदम इसलिए उठाया क्योंकि लोग उनकी रील पर नफरत भरे कॉमेंट्स लिखते थे।

प्रांशु के इंस्टाग्राम अकॉउंट (@glamitupwithpranshu) पर उनकी मेकअप और ब्यूटी से जुड़ी रील्स हैं। इस दीवाली पर भी उन्होंने साड़ी में एक इंस्टाग्राम ट्रांजिशन रील पोस्ट की थी। इसी पर आए कॉमेंट्स को देखते हुए दावे हो रहे हैं कि उनकी आत्महत्या की यही वजह है।

हालाँकि, एक रिपोर्ट के मुताबिक, नागझिरी पुलिस थाना इंचार्ज कमल सिंह गहलोत ने कहा कि आत्महत्या के पीछे की सही वजह अभी तक पता नहीं चली है और मामले की जाँच जारी है। पुलिस ने उनके पिता राजेंद्र यादव और परिवार के अन्य सदस्यों और पड़ोसियों के बयान ले लिए हैं।

कई LGBTQIA+ अधिकार समूहों ने दावा किया है कि प्रांशु समलैंगिक थे, लेकिन ऑपइंडिया को उनके इंस्टाग्राम आईडी पर कहीं भी इस संबंध में ऐसा कुछ नहीं लिखा मिला। प्रांशु ने अपने आपको एक मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर इंस्टा पर पेश किया हुआ था।

‘मेड इन हेवन’ वेब सीरीज की एक्टर त्रिनेत्र हलदर गुम्माराजू ने दावा किया कि प्रांशु का इंस्टाग्राम हैंडल का कॉमेंट सेक्शन 4,000 से अधिक होमोफोबिक यानी गे समुदाय को लेकर नापसंदगी और पूर्वाग्रह वाले कॉमेंट्स से भरा था।

उनका दावा है कि इन कॉमेंट्स ने ही प्रांशु को आत्महत्या के लिए उकसाया। प्रांशु के इंस्टाग्राम हैंडल ‘glamitupwithpranshu’ पर 16,500 से अधिक फॉलोअर्स हैं।

एक्टर त्रिनेत्र ने कहा कि मेटा के मालिकाना हक वाले इंस्टाग्राम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म LGBTQ समुदाय के लोगों को एक सेफ स्पेस देने में बार-बार नाकाम रहे हैं और दावा किया कि #JusticeForPranshu पर कोई पोस्ट नहीं है क्योंकि कुछ समुदाय दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हैं।”

प्रांशु की मौत के बाद एलजीबीटीक्यू समुदाय के कई सदस्यों ने अपना दुख जाहिर करते हुए और इंस्टाग्राम, एक्स और फेसबुक जैसे सोशल प्लेटफार्मों को साइबरबुलिंग से निपटने में नाकाफी बताया है।

मृतक प्रांशु की माँ प्रीति यादव कहती हैं, “इस बात पर कोई ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है कि एक 16 साल के बच्चे को कुछ ऐसा करने के लिए जो न केवल उसे पसंद था, बल्कि वो उसमें अच्छा भी था के लिए ऑनलाइन नफरत भरे कॉमेंट्स का सामना करना पड़ा ? इस नकारात्मकता को परखने और कम करने की जरूरत है। मेरा बच्चा बेहद होनहार था। उसने कुछ भी ग़लत नहीं किया। मुझे उस पर गर्व है।”

वो आगे कहती हैं, “हर बच्चा अपने में अनोखा है और मैंने अपने बच्चे को वैसे ही स्वीकार किया जैसे वो था। मैं हमेशा उसके साथ खड़ा रहती थी। काश, उसने मुझे वह मौका दिया होता, मैं अब बेहद अकेला महसूस करती हूँ।”

गौरतलब है कि 2021 में मेटा छोड़ने वाले एक्स मेटा एक्जीक्यूटिव आर्थर बेजर ने दावा किया कि इंस्टाग्राम किशोरों किशोरों के लिए अपने प्लेटफॉर्म की सुरक्षा को लेकर में जनता को गुमराह कर रहा है। बेजर ने इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी सीनेटरों से कहा था कि इंस्टाग्राम 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सही नहीं है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया