पास में थी सिर्फ 11 बोतल इसलिए छोड़ दिया… तमिलनाडु में जिसने घर-घर बाँटा ‘जहर’, उसे गिरफ्तारी के तुरंत बाद छोड़ा गया था: रिपोर्ट, जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 47 हुई

तमिलनाडु में कच्ची शराब पीकर मरने वालों की संख्या बढ़ी

तमिलजनाडु के कल्लाकुरुची जिले में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का आँकड़ा बढ़ता जा रहा है। ताजा अपडेट के अनुसार, अब तक मृतकों की संख्या 30 से बढ़कर 47 हो गई है। अभी भी बाकी 30 की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इनके नाम गोविंदराज, दामोदरम और विजया है। इन्हें 5 जुलाई तक हिरासत में रखा जाएगा।

बता दें कि तमिलनाडु से आए जहरीली शराब मामले में एक अन्य जानकारी भी सामने आई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस केस का मुख्य आरोपित गोविंदराज उर्फ ​​कन्नुकुट्टी को घटना से कुछ दिन पहले भी शराब की बोतलों की अवैध बिक्री के लिए गिरफ्तार किया गया था, लेकिन रिपोर्ट दावा करती है कि वहाँ उसे तुरंत छोड़ दिया गया क्योंकि उसके पास से केवल 180 मिलीलीटर की 11 शराब की बोतलें थीं।

ये भी कहा जा रहा है कि गोविंदराज की गिरफ्तारी कोई नई बात नहीं है। उसका अवैध रूप से शराब बेचने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। उसे पहले भी गुंडा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया था। हालाँकि, यह पहली बार है जब उसे अपने ग्राहकों की मौत का कारण गिरफ्तार किया गया हो। इस बार उसे, उसकी पत्नी विजय समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

जाँच कर रही टीम को इस मामले में दो और संदिग्धों पर शक है। पुलिस ने कहा कि केवल वरिष्ठ नागरिकों, शारीरिक रूप से विकलांग और महिलाओं को ही खुदरा शराब बेचने के लिए मजबूर किया जाता था ताकि पुलिस उनके खिलाफ सख्त एक्शन ले न सकें। इस मामले में जो व्यक्ति गिरफ्तार हुआ है उनमें एक शारीरिक रूप से दिव्यांग भी है, वहीं गोविंदराज की बाईपास सर्जरी हो चुकी है।

उल्लेखनीय है कि इस मामले की जाँच को राज्य सरकार ने सीबी-सीआईडी को सौंप दिया है। साथ ही कल्लाकुरिची DM श्रवण कुमार जाटवथ का ट्रांसफर किया है, जबकि SP समय सिंह मीना को सस्पेंड किया है। इसके अलावा कल्लकुरिची जिले की निषेध शाखा के पुलिसकर्मियों समेत 9 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया