AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज, माफी माँगते हुए कहा- ठेस पहुँची, तो शब्द वापस लेता हूँ; पहले बोला था- ‘हिंदू 40 की उम्र तक रखते हैं कई बीवियाँ’

मौलाना बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ शिकायत दर्ज (फाइल फोटो साभार पत्रिका)

ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल के हिंदुओं पर दिए विवादित बयान के बाद असम में बवाल मच गया है। हिंदू लड़कियों पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर अजमल फँसते नजर आ रहे हैं। असम के हिंदू युवा छात्र परिषद ने अजमल की टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ नौगाँव सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। विवाद बढ़ने के बाद बदरुद्दीन अजमल ने माफी भी माँगी है।

बदरुद्दीन अजमल ने हिंदुओं के खिलाफ दिया था विवादित बयान

शुक्रवार (03 दिसंबर, 2022) को अजमल ने हिंदुओं पर विवादित बयान देते हुए हिंदुओं को बच्चों के मामले में मुसलमानों का फॉर्मूला अपनानने की नसीहत दी थी। अजमल ने कहा था कि हिंदू लड़कियों का 40 साल की उम्र तक विवाह नहीं होता। वो (हिंदू) लोग 40 साल से पहले गैरकानूनी तरीके से 2-3 बीवियाँ रखते हैं। 40 साल के बाद उनमें बच्चा पैदा करने की क्षमता नहीं रहती है। उनको (हिंदुओं) को मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए।

अजमल के खिलाफ शिकायत दर्ज

हिंदुओं पर इस विवादित टिप्पणी को लेकर हिंदू युवा छात्र परिषद ने बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ नौगाँव सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में हिंदुओं के खिलाफ गलत बयानबाजी करने की बात कही गई है।

AIUDAF चीफ ने माँगी माफी

विवाद बढ़ने के बाद बदरुद्दीन अजमल ने माफी माँगी है। अजमल ने कहा, “अगर मेरे शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुँची है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूँ।” उन्होंने कहा, “मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं था। मैं सिर्फ इतना चाहता हूँ कि सरकार अल्पसंख्यकों के साथ भी न्याय करे और उन्हें शिक्षा और रोजगार दे।”

बयान के बाद से ही बीजेपी हमलावर

अजमल का विवादित बयान सामने आने के बाद से ही भाजपा हमलावर है। बीजेपी एमएलए दिगंत कलिता के बाद भाजपा प्रवक्ता रंजीव कुमार शर्मा ने भी बदरुद्दीन अजमल के बयान की निंदा की है। शर्मा ने कहा कि अजमल औरंगजेब का दूसरा संस्करण है और उनकी इन बातों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा सांसद पबित्रा मार्गेरिता ने कहा, ये शब्द असंवैधानिक हैं और सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किए जा सकते। उन्होंने कहा कि सरकार को इस इस्लामी एजेंडे के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे लोगों को खुले में नहीं छोड़ा जा सकता। भाजपा ने अजमल से मौलाना की पदवी भी वापस लेने की माँग की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया