बेटी से छेड़छाड़ कर रहा था नाबालिग मुस्लिम, माँ सरिता शर्मा ने विरोध किया तो घर में घुसकर मार दी गोली: मौत के बाद 2 साथियों संग हुआ फरार

जहाँगीर पुरी में हिंदू महिला की घर में घुसकर हत्या (फोटो साभार : इंडिया टीवी)

दिल्ली के जहाँगीरपुरी में आफताब (नाबालिग, बदला हुआ नाम) और उसके साथियों ने सरिता शर्मा की गोली मार कर हत्या कर दी। सरिता शर्मा की बेटी के साथ आफताब छेड़छाड़ करता था। इस मामले में पुलिस को भी शिकायत दी गई थी। परिजन जब तक कुछ समझ पाते तब तक बदमाश घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। वहीं आनन-फानन में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार (26 अप्रैल 2024) को दिल्ली के जहाँगीरपुरी इलाके में स्थित जे ब्लॉक में आफताब और उसके साथियों ने सरिता शर्मा नाम की महिला को घर में घुसकर गोली मार दी और फरार हो गए। परिजन घायल महिला को बाबू जगजीवन राम अस्पताल लेकर पहुँचे, जहाँ डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। इस वारदात के पीछे की वजह सरिता शर्मा द्वारा अपनी नाबालिग बच्ची के साथ आफताब के छेड़छाड़ के विरोध को बताया जा रहा है, जिसमें सरिता शर्मा ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।

आफताब बार-बार धमकी देता था कि उसके खिलाफ शिकायत वापस ली जाए, वर्ना वो उसे मार डालेगा और उसने इस वारदात को अंजाम भी दे दिया। इस वारदात की सूचना मिलने ही पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की जाँच शुरू कर दी। मौके से कुछ ही दूरी पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में आफताब और उसके साथियों की मूवमेंट कैद हुई है, जिसमें अपराधी मुँह छिपाए और टोपी पहने नजर आ रहे हैं।

वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रताप दुबे ने घटनास्थल का वीडियो शेयर कर इस मामले की जानकारी दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “दिल्ली के जहाँगीरपुरी क्षेत्र में आरोपित आफताब ने 36 साल की महिला सरिता शर्मा की गोली मारकर हत्या की। हमलावर ने घर में घुसकर मारी गोली। नाबालिग लड़की से एक तरफा प्यार में पागल लड़के ने लड़की की माँ को मार दी गोली। हमलावर अक्सर लड़की का पीछा करता था।”

पुलिस ने कहा है कि आफताब और उसके साथियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीमों का गठन किया गया है, जल्द ही आफताब और उसके साथियों को पुलिस पकड़ लेगी। इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने कहा कि सरिता की शिकायत पर अगर पुलिस ने समय से एक्शन लेकर आफताब के खिलाफ कार्रवाई की होती, तो आज ये घटना न घटती।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया