बंजारन मस्जिद, मौलानाओं के ले जाती पुलिस और सैकड़ों की भीड़ का 5 घंटे तक बवाल: डर के साए में हल्‍द्वानी

उत्तराखंड में मौलानाओं को अफवाह के चक्कर में बचाने सड़क पर उतरी भीड़

उत्तराखंड के हल्द्वानी में कोरोना हॉट स्पॉट घोषित वनभूलपूरा क्षेत्र में रविवार (अप्रैल 12, 2020) दोपहर कोरोना की जाँच करने गई स्वास्थ्य विभाग और पुलिसकर्मी की टीम को कड़ा विरोध झेलना पड़ा। विरोध तब शुरू हुआ जब टीम ने वनभूलपुरा के लाइन नंबर आठ में बंजारन मस्जिद के मौलाना को क्‍वारंटाइन करने से पूर्व उसका जाँच सैम्पल लेना चाहा। 

इसके बाद जैसे ही मौलाना को क्‍वारंटाइन करने की सूचना फैली, सैकड़ों की भीड़ सड़क पर उतर आई। पुलिस और मौलाना को एक साथ देखकर लोगों ने हो-हल्ला करना शुरू कर दिया। शोर-गुल सुनकर आस-पास से तकरीबन 200 से अधिक लोगों की भीड़ वहाँ जुट गई। यह भीड़ लगभग 5 घंटे तक सड़कों पर रही। मामला बढ़ता देख पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया और पूरे क्षेत्र में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।

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जानकारी के मुताबिक रविवार को दोपहर के समय कुछ पुलिसकर्मी मौलानाओं को क्वारंटाइन करने आई हुई थी। इसी बीच बंजारन मस्जिद के पास कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ मौलानाओं को जाते हुए देखा। मौलाना को ले जाने की सूचना लोगों में इस तरह फैली कि यहाँ पाँच मिनट में दो सौ से अधिक लोगों की भीड़ जुट गई। मोहल्ले के लोग अल्लाह हो अकबर के नारे लगाते हुए टीम से बाहर जाने को कहने लगे। विरोध के बाद पुलिसकर्मियों को लौटना पड़ा, इसके बाद सूचना पर पीएसी समेत सभी थानों का पुलिस बल तैनात किया गया।

बता दें कि यह इलाका संवेदनशील होने के कारण पहले से ही सील किया गया था। इस क्षेत्र के जमात में शामिल सात लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, मुरादाबाद में भर्ती पाँच कोरोना संक्रमित मरीज भी इसी क्षेत्र के बताए जा रहे हैं। देहरादून के बाद जिला प्रशासन ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र को पाँच सेक्टरों में बाँटकर हॉटस्पॉट घोषित कर दिया है। अब पूरे इलाके में एक भी दुकान नहीं खुल रही है। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में पीएसी की दो कंपनी तैनात है।

स्वास्थ्य कर्मी की टीम का विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और उन्हीं में से कुछ लोगों ने इमाम को क्वारंटाइन किए जाने के विषय में कुछ अफवाहें भी चलाईं, जिस कारण मोहल्ले के लोगों ने स्वास्थ्य और पुलिस टीम को बाहर जाने के लिए कहा। इसके बाद आला अधिकारियों और मौलानाओं के मस्जिद से अनाउंस करने के बाद काफी मुश्किल से लोगों का समझाया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया