आज सुबह 7 बजे शाहीन बाग पूरा खाली करवा लिया गया। दिल्ली पुलिस ने भारी तादाद में निर्देशों का पालन करते हुए ये कार्रवाई की। धरना स्थल से टेंट कुर्सी हटवाई गए। शरारती तत्वों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि पहले उन्होंने लोगों को समझाया। मगर जब प्रदर्शनकारी राजी नहीं हुए और माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो बल का इस्तेमाल करके इस काम को अंजाम दिया गया।
मंगलवार को सुबह-सुबह पुलिस के इस एक्शन के बाद शाहीन बाग की कई विडियोज आईं। विडियो में भारी संख्या में पुलिस को शाहीन बाग पर देखा गया। इसी बीच एक नजारा और देखने को मिला, जिसमें एक महिला प्रदर्शनकारी पुलिस वालों को बद्दुआ देती नजर आई और कहती दिखी कि इन्हें उनकी हाय लगेगी।
विडियो में 1 मिनट 8 सेकेंड के आगे देख सकते हैं कि पुलिस इस बुर्काधारी महिला को डिटेन कर रही है। लेकिन वो कैमरे में देखकर कह रही है, “देख लीजिए, हमें पकड़कर ले जा रहे हैं। हमारा रोजा है। इन्हें हाय लगेगा।”
विडियो में देख सकते हैं कि महिला प्रदर्शनकारी बार-बार खुद को पुलिस की पकड़ से छुड़ाने की कोशिश कर रही है। लेकिन जब पत्रकार उससे बढ़ते संक्रमण पर सवाल करता है तो कहती है कि इन्हें हमारी हाय लगेगा। हमारे बच्चे दूध पीने वाले हैं, हमें छोड़ दो। वहीं एक दूसरे प्रदर्शनकारी (हिरासत में लिए जाने के बाद) विडियो की शुरुआत में महिला से पहले कहता है कि अब इनकी मर्जी है जो चाहें कर सकते हैं, इनका राज है।
https://twitter.com/Faltu_Account_/status/1242302813415202822?ref_src=twsrc%5Etfwअब हालाँकि, विडियो देखने के बाद दिल्ली पुलिस का विरोध करने वालों को इसमें भी पुलिस की ही गलती नजर आएगी। लेकिन, 100 दिन से कालिंदी कुंज का रास्ता खुलने का इंतजार कर रही जनता ने इस कदम का स्वागत किया है। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने की दिशा में अहम कदम बताया गया है।
सोशल मीडिया पर इस विडियो को देखने के बाद लोगों ने चुटकी ली है। कुछ ने इसे बिन सिर पैर का धरना बताया और पूछा कि क्या 100 दिनों से जो इन लोगों के कारण लोगों को नोएडा से साउथ दिल्ली और साउथ दिल्ली से नोएडा स्कूल, कॉलेज, नौकरी, अस्पताल जाने में दिक्कत हुई, उन्हें हाय नहीं लगेगी।