बात नहीं किया तो अरमान अली ने नाबालिग हिन्दू छात्रा को मारी गोली: इंस्टाग्राम पर नाम बदल की थी दोस्ती, करता था पीछा

बच्ची से बुजुर्ग ने किया रेप (प्रतीकात्मक चित्र)

दिल्ली के संगम विहार में 16 साल की एक नाबालिग लड़की की हत्या करने के प्रयास में दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं, इस घटना का मुख्य आरोपित अरमान अली अभी भी फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है।

दरअसल, दिल्ली के देवली रोड स्थित कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में 11वीं पढ़ने वाली 16 साल की नैना मिश्रा को अरमान अली ने 25 अगस्त 2022 को स्कूल से लौटने के दौरान गोली मार दी थी। गोली लड़की के कंधे में लगी है।

नैना मिश्रा ने पुलिस को बताया कि अरमान अली ने दो साल पहले से उससे सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर नाम बदलकर दोस्ती की थी। लड़की का कहना था कि पिछले 5-6 महीने से वह अली से बात नहीं कर रही थी। इसके बाद अली ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया।

नैना मिश्रा ने पुलिस को बताया कि 25 अगस्त को वह स्कूल से लौट रही थी। उसे लगा कि कुछ लोग उसका पीछा कर रहे हैं। जब वह संगम विहार के बी-ब्लॉक पहुँची तो अरमान अली ने अपने दो अन्य साथियों के साथ उस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद वे सब फरार हो गए।

वहीं, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति खुद को नैना मिश्रा का पिता बता रहा है और अपने दर्द और मजबूरी को लोगों के साथ साझा कर रहा है। वीडियो शख्स कह रहा है, मेरा नाम पंकज मिश्रा है। मैं ब्राह्मण समाज से बिलॉन्ग करता हूँ। मेरी बिटिया नैना मिश्रा स्कूल से अपनी माँ के साथ आ रही थी। अली नाम का एक मुस्लिम लड़का, जो काफी दिनों से उसे तंग करता था, स्कूल से आते वक्त पीछे से उसे गोली मार दी।”

वीडियो में खुद को पीड़िता का पिता कहने वाले शख्स ने समाज से इस मामले में सहयोग माँगा है। वीडियो में शख्सस कहता सुनाई दे रहा है, “समाज से मेरी यही विनती है कि आप ज्यादा से ज्यादा सहयोग करें मुझे।”

घायल नैना को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, हमला करने वाले दो आरोपितों बॉबी और उसके एक साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं, अरमान अली फरार है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ IPC की धारा 307 और 34 के तहत मुकदमा दायर किया है।

गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने दो देशी कट्टा, दो जिंदा एवं एक खाली कारतूस बरामद किया है। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने 26 अगस्त 2022 को दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था और इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट माँगी थी।

वहीं, छात्रा के चाचा का कहना है कि जून के अंतिम सप्ताह में इस संबंध में आरोपित के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते आरोपित का हौसला बढ़ता गया और उसने एक दिन गोली मार दी।

पीड़िता के चाचा का कहना है कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो छात्रा पर हमला नहीं होता। बता दें कि मुख्य आरोपित अरमान अली के अभी भी फरार होने को लेकर हिंदू संगठनों में गुस्सा है।  

बता दें कि झारखंड के दुमका में ऐसी एक घटना सामने आई है, जिसमेें दोस्ती नहीं करने पर शाहरुख हुसैन नाम के शख्स ने 16 साल की एक हिंदू लड़की पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जुझने के बाद अंकिता सिंह नाम की उस लड़की की मौत हो गई।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया