15 दिन से घर नहीं लौटा है नागपुर के एक परिवार का युवक, नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट पर मिल रही थी धमकी: माफी भी माँगी थी

नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर नागपुर के युवक को धमकी (फाइल फोटो)

नूपुर शर्मा के समर्थन में कथित तौर पर पोस्ट करने के कारण राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल को काट डाला गया। महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई। देश के अलग-अलग हिस्सों से इसके कारण लोगों को धमकी दिए जाने की खबरें आ रही हैं। इनमें नागपुर का भी एक परिवार शामिल है। इस परिवार का एक 22 वर्षीय युवक डर के कारण घर छोड़कर जा चुका है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्‍ट करने के बाद से 22 वर्षीय युवक को लगातार जान से मारने की धमकियाँ मिल रही थीं। इसके बाद युवक के परिवार ने उस पोस्ट को डिलीट करव दिया। इसके लिए माफी भी माँगी। लेकिन, इसके बाद भी युवक की तस्वीर पोस्ट करने और उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने के बाद से परिवार डरा हुआ है। युवक को परिजनों ने शहर छोड़ देने के लिए कहा और वह 15 दिन से अपने घर नहीं लौटा है।

हालाँकि परिवार की सुरक्षा के इंतजाम पुलिस ने कर रखे हैं। पीड़ित परिवार का अपना व्यवसाय है। लेकिन उदयपुर की घटना के बाद से घर के लोग बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलते हैं। युवक के बड़े भाई ने टीओआई से कहा, “अब हम बहुत जरूरी होने पर ही बाहर जाते हैं। हाल की घटनाओं (अमरावती और उदयपुर) के बाद से हम डरे हुए हैं। यहाँ तक कि पुलिस की मौजूदगी में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं महसूस कर पा रहे हैं।”

बड़े भाई ने अपनी घबराहट और असुरक्षा को उजागर करते हुए कहा, “हमने घटना के बाद शुरू में अपने छोटे भाई का फोन छीन लिया था। उसे काफी दिनों तक उसका फोन भी नहीं लौटाया। आज हम उसे अपने शहर वापस लाने में असमर्थ हैं।” पुलिस ने युवक के घर पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात कर दिया है। नंदनवन के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी आपात स्थिति के लिए परिवार के सदस्यों के साथ अपने मोबाइल नंबर साझा किए हैं।

गौरतलब है कि उदयपुर में टेलर शॉप चलाने वाले कन्हैया लाल साहू की 28 जून 2022 को बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी। उसके बाद यह बात सामने आई है कि उनके अलावा उदयपुर के दो और लोग भी इस्लामी कट्टरपंथियों के निशाने पर थे। जिन लोगों को टारगेट पर बताया गया था उनमें से एक 35 वर्षीय टायर कारोबारी नितिन जैन हैं। रेकी किए जाने का संदेह होने के बाद उन्होंने भी उदयपुर छोड़ दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया