चंडीगढ़ की एक लड़की ने हिंदू धर्म स्वीकार करते हुए दिल्ली में अजय कुमार संग शादी की है। नाजिश खान नाम की यह लड़की अब पूजा के नाम से जानी जाएगी। दोनों ने 13 फरवरी 2023 को दिल्ली के आर्य समाज मंदिर में शादी की। नाजिश ने हिंदू बनने पर बेहद खुशी जताई है।
जानकारी के मुताबिक नाजिश के अब्बा मुन्ना खान की मौत हो चुकी है। नाजिश की उम्र लगभग 30 साल है। वहीं उसके 32 वर्षीय पति अजय कुमार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले हैं, जो फिलहाल चंडीगढ़ में रहते हैं। दोनों एक दूसरे को लम्बे समय से प्यार करते थे। इस बीच उनके घर वालों को इस रिश्ते की भनक लग गई। परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे। आखिरकार दोनों ने अपने-अपने घरों को छोड़ दिया और एक साथ दिल्ली आकर रहने लगे।
ऑपइंडिया से बात करते हुए नाजिश खान ने बताया कि उनके परिवार में 3 बहनें और 1 भाई है। उन्हें छोड़ कर सभी की शादी हो चुकी है। उनके अब्बा की मौत काफी पहले हो चुकी थी। लगभग 4 साल पहले कोरोना लॉकडाउन में उनकी मुलाकात एक मार्किट में कुछ सामान लेते हुए अजय से हुई थी। तब से दोनों एक-दूसरे को प्यार करने लगे।
चंडीगढ़ की नाजिश खान ने बदायूं UP के अजय कुमार को दिल्ली के एक आर्य समाज मंदिर में वैदिक मंत्रों के बीच अपना जीवन साथी चुन कर अपनाया हिंदू धर्म.
— राहुल पत्रकार (@rahulppress) February 13, 2023
नाजिश अब अजय की धर्मपत्नी के साथ पूजा नाम से जानी जाएंगी… pic.twitter.com/V0cEUSUtAi
वहीं ऑपइंडिया से बात करते हुए नाजिश के पति अजय ने बताया कि वो चंडीगढ़ में बाइक मैकेनिक थे। लेकिन अब दिल्ली में काम जमाने की कोशिश करेंगे। अजय ने बताया कि वो 5 दिनों से वे शादी करने के लिए भटक रहे थे। इस दौरान नाजिश के भाई ने उनके चंडीगढ़ में रहने वाले भाई को फोन कर धमकी दी। फोन पर नाजिश के भाई ने कहा कि अगर अजय उसे लेकर नहीं लौटा तो पूरे परिवार को अपहरण के केस में फँसा दिया जाएगा। अजय ने चंडीगढ़ में मौजूद अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता जताई। अजय का कहना है कि उन्होंने अपने वकील के माध्यम से अपनी शादी का नोटिस स्थानीय थाने में भिजवा दिया है।
शादी करवाने में सहयोग करने वाले दिल्ली के निवासी और सुदर्शन वाहिनी नाम का संगठन चलाने वाले आज़ाद विनोद ने ऑपइंडिया से बात की। उन्होंने बताया कि अजय और नाजिश ने 12 फरवरी को गाजियाबाद के एक मंदिर में शादी कर ली थी। लेकिन वे अपनी शादी को कानूनी मान्यता दिलाना चाह रहे थे। उनका कोई स्थानीय परिचय नहीं था। किसी माध्यम से अजय और नाजिश की मुलाकात हमसे हुई। हमने अजय और नाजिश को वकील उपलब्ध करवाया। कड़कड़डूमा कोर्ट के एक वकील के साथ वहीं के एक आर्य समाज मंदिर में इस शादी को 13 फरवरी को विधिवत तौर पर सम्पन्न करवाया गया।