निकिता के हत्यारे तौसीफ को जेल में नजर आ रहा खतरा: अपहरण के आरोपित मामा के कारागार में होना चाहता है शिफ्ट

जेल में सता रहा है निकिता हत्याकांड के आरोपित तौसीफ को डर

फरीदाबाद के निकिता हत्याकांड मामले के आरोपित तौसीफ के वकील ने अदालत में एक याचिका दायर की है। याचिका में उसका कहना है कि उसके मुवक्किल को खतरा है, उस पर किसी भी वक्त हमला हो सकता है। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए उसे जेल के अन्दर एक सुरक्षित बैरक में रखा जाए। 

याचिका में आरोपित तौसीफ के वकील ने कहा है कि उसके मुवक्किल को नीमका जेल की जगह भौंडसी जेल में रखा जाए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ गुरूवार (29 अक्टूबर 2020) को एसआईटी ने आरोपित तौसीफ और उसे कट्टा दिलाने वाले अजरुद्दीन को न्यायालय में पेश किया था। इसके बाद न्यायालय ने दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेज दिया। 

निकिता हत्याकांड के आरोपित तौसीफ का पक्ष रखने वाले वकील अनीश खान ने अदालत के सामने कहा कि उसके मुवक्किल को नीमका जेल की बजाय भौंडसी जेल भेजा जाए। इसके अलावा जेल के भीतर उसे सुरक्षा भी प्रदान कराई जाए। याचिका दायर करते हुए आरोपित के वकील अनीश खान ने कहा, “जेल में तौसीफ पर हमला हो सकता है इसलिए उसे जेल के भीतर किसी सुरक्षित बैरक में रखा जाना चाहिए।” लेकिन अदालत ने इस याचिका के संबंध में अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ आरोपित तौसीफ का मामा इस्लामुदीन आपराधिक प्रवृत्ति का है और वह भी भौंडसी जेल में बंद है। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि उसे भौंडसी जेल भेजने की माँग उठाई गई है। आरोपित का मामा एक इंस्पेक्टर के अपहरण के मामले में भी आरोपित है और उसने ही तौसीफ का अजरुद्दीन से परिचय कराया था जिसने उसे घटना को अंजाम देने के लिए कट्टा उपलब्ध कराया था। ऐसे में यदि तौसीफ भी उसी जेल में भेज दिया जाता है तो वह साथ मिल कर बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।         

इसके अलावा निकिता हत्याकांड में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। फरीदाबाद के वल्लभगढ़ क्षेत्र में अग्रवाल कॉलेज के सामने दिन दहाड़े बीकॉम की छात्रा निकिता की हत्या का आरोपित उसे मेवात लेकर जाना चाहता था। तौसीफ निकिता का अपहरण करके उसे अपने साथ गाँव ले जाना चाहता था और वहाँ पर इसके बाद उसने शादी करने की योजना भी तैयार कर ली थी। पुलिस ने भी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए निकिता के पिता, भाई और माता को सुरक्षा के दृष्टिकोण से अलग-अलग गनमैन उपलब्ध कराए हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुलिस ने इस मामले में 3 गिरफ्तारियाँ करके तमाम ज़रूरी सबूत इकट्ठा कर लिए हैं। जाँच कर रही एसआईटी की टीम ने इस मामले में चार्जशीट दायर करने के लिए 7 दिन का समय माँगा है, मगर शासन की तरफ से उन्हें इस कार्रवाई के लिए 12 दिन का समय दिया गया है। घटना के संबंध में जितनी जल्दी चार्जशीट दायर होगी उतनी जल्दी सुनवाई शुरू होगी। निकिता के पिता पहले ही बता चुके हैं कि तौसीफ और उसका पूरा परिवार उनकी बेटी पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाता था। यह सिलसिला साल 2018 से लगातार चल रहा था जब तौसीफ ने निकिता का अपहरण किया था।    

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया