दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा मुकीम अयूब खान, जिसने अपनी चतुराई और झूठी पहचान से 50 से अधिक महिलाओं को शादी के झांसे में फंसा लिया। मुकीम की कहानी किसी फिल्मी ड्रामा से कम नहीं, जहाँ हर कदम पर सस्पेंस, धोखा और चतुराई का जाल बिछा हुआ था।
मासूम शुरुआत, मगर शातिर इरादे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2020 की बात है, जब मुकीम अयूब खान, जो पहले से शादीशुदा और तीन बच्चों का पिता था, एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर ‘शादी के प्रस्ताव’ की तलाश कर रहा था। शुरूआत में, उसका कोई बुरा इरादा नहीं था। लेकिन जब उसने एक तलाकशुदा महिला से बातचीत शुरू की, जो अपनी पाँच साल की बेटी के साथ एक नई शुरुआत करना चाहती थी, तब उसकी नीयत बदल गई।
गुरुवार (19 सितंबर 2024) को दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “उसने पहली महिला से अपनी आर्थिक तंगी का झूठा बहाना बनाकर मदद माँगी। उस महिला ने उसे आर्थिक मदद दी, और यहीं से मुकीम के दिमाग में एक विचार ने जन्म लिया – अगर वह खुद को एक उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी, व्यापारी या सेना के अफसर के रूप में पेश करके अमीर महिलाओं को ठग सके तो?”
मुकीब अयूब खान ने साल 2020 में सबसे पहले वडोदरा की एक महिला को ठगा और अपनी बीवी को छोड़ी, जो उसकी तीसरी शादी थी। इसके बाद वो एक के बाद एक अपनी ठगी का शिकार बनी 4 महिलाओं से शादी करता रहा और फरार होता रहा। आखिरी शादी 2023 में प्रीत विहार की एक विधवा महिला से की थी।
एक से बढ़कर एक झूठी पहचान
मुकीम ने मैट्रिमोनियल साइट्स पर अलग-अलग नामों से प्रोफाइल बनानी शुरू की। कभी वो खुद को सरकारी अधिकारी बताता, तो कभी सेना का अधिकारी या फिर कोई बड़ा व्यापारी। उसका मुख्य निशाना तलाकशुदा महिलाएँ थीं, जो फिर से अपनी जिंदगी को बसाने का सपना देख रही थीं।
मुकीम ने महिलाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए हर बार नए-नए तरीके अपनाए। उसने झूठे वादे किए, महंगी गाड़ियाँ और गहने हासिल किए, और फिर गायब हो जाता। उसने कई महिलाओं से फ्लाइट टिकट, गिफ्ट्स और यहां तक कि शादी के नाम पर पैसे भी ऐंठे। खास बात यह थी कि उसने चार महिलाओं से तो बाकायदा शादी भी की।
दिल्ली पुलिस ने मुकीम को 2 सितंबर को हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। एक पीड़िता की शिकायत पर उसे गिरफ्तार किया गया और उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया, “पूछताछ के दौरान, मुकीम ने खुलासा किया कि वह अमीर मुस्लिम महिलाओं को अपना शिकार बनाता था। वह खुद को सरकारी अधिकारी, सेना के अफसर या फिर बड़ा व्यापारी बताकर महिलाओं को धोखा देता था। वह उनसे बातचीत शुरू करता और धीरे-धीरे उनका विश्वास जीतता।” उसने देश के 2 सबसे बड़े मैट्रिमोनियल वेबाइटों पर करीब 20 फर्जी आईडी बनाई और ठगी को अंजाम देता रहा।
मुकीम पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क का रहने वाला था और उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से उसका संबंध था। उसकी गिरफ्तारी कई राज्यों की पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि वह कई बार पुलिस की पकड़ से फिसल चुका था। वह अक्सर अपना फोन नंबर और ठिकाना बदल लेता था, जिससे वह पुलिस की नज़रों से बचा रहा।
झूठी कहानियों का जाल
मुकीम का तरीका बेहद चतुराई से भरा था। वह महिलाओं को बताता कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है और उसकी एकलौती बेटी की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उसने अपनी असली पत्नी और बेटी की तस्वीरें दिखाकर महिलाओं का विश्वास जीत लिया।
महिलाओं का भरोसा जीतने के बाद, मुकीम उनसे शादी की तैयारियों के नाम पर पैसे ऐंठता। वह उन्हें कहता कि वह शादी के लिए रिसॉर्ट, शादी हॉल या होटल बुक कर रहा है, और इसके लिए उसे पैसे चाहिए। लेकिन, एक बार जब वह पैसे ले लेता, तो वह गायब हो जाता। मुकीम के खिलाफ कई महिलाओं ने शिकायतें दर्ज की हैं, जिनमें एक न्यायिक अधिकारी और एक गैर-लाभकारी संस्था की कार्यकर्ता भी शामिल हैं। हालाँकि, कई महिलाएँ अब भी पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने से कतराती हैं।
पुलिस की नाक के नीचे से कई बार भागा
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मुकीम को पकड़ने में बहुत मुश्किलें आईं। वह हर बार अपना फोन नंबर और ठिकाना बदल लेता, जिससे उसे ट्रैक करना मुश्किल हो जाता। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई बार योजनाएँ बनाईं, लेकिन वह हर बार फिसल जाता। डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया, “मुकीम ने जिन महिलाओं को ठगा, उनमें से कई ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। हम अभी और जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं। यह मामला और बड़ा हो सकता है।”
मुकीम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब यह जाँच कर रही है कि उसने कितनी और महिलाओं को ठगा है। उसके खिलाफ और भी कई मामले सामने आ सकते हैं, क्योंकि उसकी ठगी की कला इतनी महीन थी कि बहुत से लोग उसकी असलियत को समझ ही नहीं पाए। पुलिस का मानना है कि उसने महिलाओं को ठगने के लिए जिस स्तर की चतुराई और चालाकी दिखाई, वह किसी प्रोफेशनल ठग से कम नहीं।
ठगी का जाल और उसके शिकार
मुकीम अयूब खान की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि आज के डिजिटल युग में ठगों के लिए लोगों को फंसाना कितना आसान हो गया है। लेकिन पुलिस की सख्ती और सतर्कता ने उसे अंततः कानून के शिकंजे में ला दिया है। अब सवाल यह है कि मुकीम जैसे और कितने ठग आज भी खुलेआम घूम रहे हैं, और कितनी मासूम महिलाएँ उनकी शातिर चालों का शिकार बन रही हैं?
इस खबर ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी ऑनलाइन रिश्ते या प्रस्ताव को लेकर पूरी तरह से छानबीन करें। पुलिस की जांच जारी है, और आगे की कार्रवाई से पता चलेगा कि मुकीम के ठगी के जाल में और कितने लोग फंसे हुए हैं।