‘चल निकल दलाल… तेरी माँ की…’- रिपब्लिक भारत का रिपोर्टर देखते ही प्रदर्शनकारी ने दिखाई अपनी हकीकत

रिपोर्टर को माँ की गाली देना... प्रदर्शनकारी का असली चेहरा

जेएनयू में रविवार को पेरियार हॉस्टल के भीतर घुसकर छात्रों के साथ हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय के बाहर काफी बवाल हुआ। सोशल मीडिया पर लोगों से फौरन अपना विरोध दर्ज कराने के लिए घटनास्थल पर पहुँचने की अपीलें की गईं और देखते ही देखते बड़ी तादाद में लोग यहाँ इकट्ठा हो गए। इस घटना के बाद कई सौ की तादाद में लोगों ने जेएनयू के बाहर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस बीच कई मीडियाकर्मी भी वहाँ रिपोर्ट करने पहुँचे। लेकिन, इसी दौरान रिपब्लिक भारत के रिपोर्टर पीयूष मिश्रा को देखकर जेएनयू का एक प्रदर्शनकारी भड़क गया और उनसे गाली गलौच पर उतर आया।

सोशल मीडिया पर अपनी रिपोर्टिंग की वीडियो जारी करते हुए पीयूष ने अपने साथ हुए वाकये पर सबका ध्यान आकर्षित करवाया। उन्होंने अपने ट्वीट पर लिखा,”जेएनयू के बाहर, भारी तादाद में मौजूद पुलिस फोर्स के बीच, रिपोर्टिंग करते हुए इस प्रकार एक जेएनयू प्रदर्शनकारी ने मुझसे दुर्व्यवहार किया, गाली-गलौच की। इस दौरान किसी पुलिस कर्मी ने इन गुंडों को नहीं रोका।”

https://twitter.com/Piyush_mi/status/1213901663590764544?ref_src=twsrc%5Etfw

पीषूष ने अपने साथ हुई बदसलूकी पर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया को टैग किया और लिखा कि उन्हें एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से अनेपक्षित निंदा की अपेक्षा है।

गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर कल की घटना के बाद जेएनयू के प्रदर्शनकारियों को लेकर एक अलग ही माहौल बना हुआ है। पीयूष मिश्रा से बदसलूकी पर लोगों का पूछना है कि क्या ड्यूटी कर रहे मीडियाकर्मी से गुंडागर्दी जायज है? वहीं, कुछ का कहना है कि क्या जिसने पीयूष के साथ इस तरह सलूक किया उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, ऐसे लोग विरोध के नाम पर विद्रोह करते हैं।

https://twitter.com/rajeeRD/status/1214065372527087616?ref_src=twsrc%5Etfw

यहाँ बता दें कि सोशल मीडिया पर वामपंथी गिरोह के लोगों द्वारा रिपब्लिक टीवी को केंद्र सरकार का गुणगान करने वाले चैनल के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। ऐसे में इस चैनल के रिपोर्टर को देखकर जेएनयू प्रदर्शनकारी के शब्द, उसकी बदसलूकी साफ दर्शाती है कि ये गाली वो सिर्फ़ पीयूष मिश्रा को नहीं दे रहा बल्कि केंद्र सरकार और उसके समर्थन में बोलने वाले लोगों को दे रहा है। जिनकी उपस्थिति से भी जेएनयू वालों को गुरेज है और जिन्हें देखकर उन्हें डर है कि उनके द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन का कोई दूसरा एंगल दर्शक तक न पहुँच जाए।

‘रजिस्ट्रेशन कराने गईं छात्राओं के प्राइवेट पार्ट पर हमला, बाथरूम ले जाकर दुर्व्यवहार’ – JNU मामले में गंभीर आरोप

500 नक्सली JNU में घुस आए थे, जान बचा कर जंगलों से भागा: BPSC अफसर की आपबीती

JNU में हमला कर रही नकाबपोश गुंडी ABVP कार्यकर्ता नहीं है, फैलाया जा रहा झूठ: Fact Check

JNU हिंसा में वामपंथी हुए बेनकाब! एक मोबाइल नंबर, एक व्हॉट्सअप ग्रुप और कई स्क्रीनशॉट से पर्दाफाश

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया