झारखंड के खूँटी जिले में एक नर्सिंग इंस्टिट्यूट में छात्राओं के यौन शोषण का मामला सामने आया है। एक गैर सरकारी संगठन (NGO) द्वारा संचालित इस इंस्टिट्यूट के निदेशक पर आरोप लगा है कि उसने संस्थान में पढ़ने वाली कई छात्राओं का यौन शोषण किया।
पीड़ित छात्राओं के मुताबिक, इंस्टिट्यूट का डायरेक्टर परवेज आलम छात्राओं को पकड़ कर उनके कपड़ों में हाथ डालता था और यह काम वह पिछले काफी समय से कर रहा था। खबरों के अनुसार, आलम की घटिया हरकत का खुलासा उस समय हुआ, जब कुछ छात्राओं ने अपनी पीड़ा एक सामाजिक कार्यकर्ता से शेयर की।
छात्राओं की शिकायत पर सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी बखलों ने इस संबंध में राज्यपाल को चिट्ठी लिखी। बाद में ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) के अधीन जाँच शुरू की गई और स्थानीय महिला थाने से एक टीम को इंस्टिट्यूट में भेजा गया।
मामले की पुष्टि होने पर रिपोर्ट, खूँटी एसपी आशुतोष शेखर को भेज दी गई है। वहीं एनजीओ के डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पड़ताल में पता चला कि नर्सिंग इंस्टिट्यूट में परवेज छात्राओं के सब्र का इम्तिहान लेने के नाम पर उनका यौन शोषण करता था।
https://twitter.com/aaptaknews/status/1371013367368912896?ref_src=twsrc%5Etfwगौरतलब है कि कुछ साल पहले ऐसा ही आरोप लखनऊ के वजीरगंज इलाके स्थित मशहूर केके नर्सिंग संस्थान में डिप्लोमा का कोर्स कर रहीं लड़कियों ने संस्थान के प्रबंधन पर लगाया था। यौन शोषण के उस मामले का खुलासा करने के लिए एक लड़की ने स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें प्रबंधन से जुड़े एक अधिकारी की करतूतें सामने आईं थी।
लड़कियों ने बताया था कि उनके साथ डिग्री हासिल करने के लिए जोर-जबरदस्ती की जाती थी। मजबूरी के चलते कुछ लड़कियाँ प्रबंधन के दबाव में आ जाती थीं, लेकिन जिसे ये शर्त मंजूर नहीं होती, उसे इस हद तक परेशान किया जाता कि उसके पास समर्पण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता था।